चहारदिवारी विहीन हैं प्रखंड के एक दर्जन से अधिक वद्यिालय
घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक विद्यालयों में चाहरदिवारी का अभाव है। ये विद्यालय मुख्य सड़क के किनारे स्थित हैं, जिससे बच्चों की सुरक्षा खतरे में है। आवारा पशुओं और शोहदों के लिए ये...

घोड़ासहन,निज प्रतिनिधि प्रखंड क्षेत्र के सौ से अधिक वद्यिालयों में से एक दर्जन से अधिक वद्यिालयों के पास अब भी चाहरदिवारी उपलब्ध नहीं है। इनमें से अनेक वद्यिालय उस क्षेत्र की मुख्य सड़क के निारे ही बने हैं जिस पर सरपट दौड़ते वाहन छोटे-छोटे बच्चों के लिए हर क्षण खतरे की आशंका उत्पन्न करते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे वद्यिालय आवारा पशुओं व शोहदों का आरामगाह साबित होते हैं। आदर्श घोषित उत्क्रमित मध्य वद्यिालय,चम्पापुर कोईिरया,लाला टोला लौखान,रा.प्रा.वद्यिालय,कस्वा लौखान के अतिरक्ति नवसृजित प्रा.वद्यिालय गुलरिया टोला, कोन्हवा टोला,जोड़ा पाकड़,खैरवा टोला आदि वद्यिालयों को आज भी चाहरदिवारी उपलब्ध नहीं है।
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