नींद खुली तो खून से लिपटा था तकिया, चूहा काट कर निकल गया; एनएमसीएच में पीड़ित मरीज ने क्या बताया
अवधेश कुमार ने बताया कि शनिवार की रात करीब 2 से ढाई बजे में पानी चढ़ रहा था। मुझे बुखार था। बुखार की वजह से नींद आ गई। सुबह 5 बजे नींद खुली तो देखा कि तकिया खून से लिपटा हुआ था। हमने देखा कि चूहा काट कर निकल गया। पैर में अंगूठे के बगल में भी काटा है।

पटना का नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल (NMCH) पिछले कुछ दिनों से चर्चा में बना हुआ है। एनएमसीएच में भर्ती एक मरीज का आरोप है कि अस्पताल के बेड पर उसके पैरों को चूहों ने कुतर दिया। इस मामले के सामने आने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि, एनएमसीएच प्रशासन ने सफाई दी है कि हो सकता है कि मरीज का पैर गैंगरीन की वजह से गल गया हो। इसकी जांच कराई जाएगी। इस बीच अब एनएमसीएच के पीड़ित मरीज ने खुद अपनी बात रखी है।
पीड़ित मरीज का नाम अवधेश कुमार बताया जा रहा है। अवेधश को डायबिटिज है। उनका एक पैर पहले से ही नहीं है। उनके दूसरे पैर में भी समस्या आ गई थी। इसके बाद उन्हें एनएमसीएच के हड्डी रोग विभाग में भर्ती कराया गया था। अवधेश कुमार ने बताया कि शनिवार की रात करीब 2 से ढाई बजे में पानी चढ़ रहा था। मुझे बुखार था। बुखार की वजह से नींद आ गई। सुबह 5 बजे नींद खुली तो देखा कि तकिया खून से लिपटा हुआ था। हमने देखा कि चूहा काट कर निकल गया। पैर में अंगूठे के बगल में भी काटा है।
क्या बोलीं अवधेश की पत्नी
अवधेश की पत्नी ने कहा, 'उनके पति को बुखार लग गया था। जिसके बाद उन्हें 2 बजे दवा खिलाया गया। इसके बाद वो सो गए। सुबह 5 बजे जब बाथरूम के लिए उठाए तो देखा कि पैर कटा हुआ था। हम पैर कटते हुए तो नहीं देखे लेकिन चूहा ने ही काटा है।'
NMCH में चूहों का आतंक, जाल लगाने की तैयारी
एनएमसीएच में चूहों के आतंक से मरीज दहशत में हैं। अस्पताल प्रशासन चूहों से बचाव के लिए जाल लगाने की बात कही है। बिहार के दूसरे बड़े अस्पताल में एनएमसीएच में कभी मरीज की आंख चूहा खा जाता है तो कभी मरीज का पैर। कुछ दिनों पहले चूहे ने एसी की तार भी काट डाली थी। जिससे शॉट सर्किट हो गया था। मरीजों की तत्परता से अगलगी की घटना होने से बच गयी थी। दो दिन पहले हड़डी रोग विभाग में डायबिटिक न्यूरोपैथी को लेकर इलाज कराने आए मरीज अवधेश कुमार के पैर की उंगलियों को चूहे ने कुतर डाला था। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि गैगरीन के कारण उसकी उंगली गल गयी है।
हालांकि मरीज के पैर में लगा प़ट्टी कुतरा जाना सवाल खड़ा करता है। आठ माह पहले चूहे ने एक मृत मरीज का आंख गायब कर दिया था। मरीजों का कहना है कि वार्ड में मोटे मोटे चूहे घूते रहते हैं। अधीक्षक डॉ. प्रो. रश्मि प्रसाद ने बताया कि इस मामले को लेकर किसी ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मरीज के पैर की उंगली गैगरीन के कारण गल गयी है या चूहे ने काट खाया है। इसका पता लगाया जा रहा है। हालांकि उन्होंने चूहों का आतंक होने की बात स्वीकर करते हुए कहा कि चूहों से बचाव के लिए बीएमएसआईसीएल को सभी खिड़की में जाल लगाने और एजेंसी को नाला की सफाई कर ढकने को लेकर पत्र लिखा गया है।