सीएम उमर ने खीर भवानी मंदिर में की पूजा, पहलगाम हमले के बाद भाईचारे का दिया संदेश
खीर भवानी मंदिर कश्मीरी पंडितों के सांस्कृतिक और धार्मिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है। मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह कश्मीर की सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाता है। खीर भवानी मंदिर शांति का प्रतीक माना जाता है।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को गांदरबल जिले में खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना की। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद वह कश्मीरी पंडितों के लिए बेहद खास इस धार्मिक स्थल पर पहुंचे हैं। उनके इस दौरे को भाईचारे का संदेश देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। पहलगाम में आतंकवादियों ने जिस तरह से धर्म पूछकर गोली मारी थी, उसे देखते हुए उमर अब्दुल्ला का खीर भवानी मंदिर जाना काफी अहम हो जाता है।
खीर भवानी मेला कश्मीरी पंडितों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। इस वर्ष जून के पहले सप्ताह में इस मेला को आयोजित किए जाने की संभावना है। देश के सभी हिस्सों से कश्मीरी पंडित रागन्या देवी के मंदिर (खीर भवानी मंदिर) में इकट्ठा होते हैं। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आगामी खीर भवानी मेला और अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने कहा, 'हमने यात्रा के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जहां तक सुरक्षा का सवाल है, सभी इंतजाम किए जाएंगे। हमारा प्रयास होगा कि पहले माता खीर भवानी मेला सफल हो और फिर अमरनाथ यात्रा दोनों मार्गों (सोनमर्ग और पहलगाम) से सुरक्षित रूप से संपन्न हो। हम चाहते हैं कि सभी श्रद्धालु सकुशल लौटें।'
सीएम अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, 'गांदरबल के बाकुरा में जलापूर्ति योजना का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है। यह एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो 4,000 से अधिक लोगों के लिए स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करेगी। इस खास अवसर पर माननीय मंत्री सकीना इटू, जावेद अहमद राणा और सलाहकार नासिर सोगामी भी मौजूद थे। यह सभी के लिए बुनियादी सुविधाओं और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।'
गांदरबल के पांडच में वृद्धाश्रम का उद्घाटन
उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल के पांडच में एक वृद्धाश्रम का भी उद्घाटन किया। इसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए सम्मान और देखभाल सुनिश्चित करने की दिशा में अहम कदम बताया। अब्दुल्ला ने सफापोरा स्थित सरकारी इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज में साइंस सेक्शन की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा, 'प्रौद्योगिकी आधुनिक उद्यमिता की रीढ़ है। हमारे युवाओं को भविष्य का नेतृत्व करने के लिए सक्षम होना जरूरी है।'
खीर भवानी मंदिर के प्रति गहरी आस्था
खीर भवानी मंदिर जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में तुलमुला गांव में स्थित है जो एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर माता रागिन्या देवी को समर्पित है, जिन्हें खीर भवानी के नाम से जाना जाता है। मंदिर पवित्र झरने के ऊपर बना है, जिसका जल रंग बदलता है और इसे भविष्यवाणी का प्रतीक माना जाता है। श्रद्धालु माता को खीर का भोग चढ़ाते हैं। मंदिर का शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य भक्तों को आकर्षित करता है। हर साल ज्येष्ठ पूर्णिमा पर मेला लगता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। यह कश्मीरी पंडितों के लिए विशेष महत्व रखता है।