कंपनी के हाथ से निकला PAN 2.0 प्रोजेक्ट, खबर के बाद शेयर क्रैश
प्रोटीन ई-गवर्न टेक्नोलॉजीज के शेयर की कीमत में 20% की गिरावट दर्ज की गई। यह झटका कंपनी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के PAN 2.0 प्रोजेक्ट के अगले चरण के लिए चयनित नहीं किए जाने की घोषणा के बाद लगा।

प्रोटीन ई-गवर्न टेक्नोलॉजीज के शेयर सोमवार, 19 मई को क्रैश कर गए। इसकी कीमत में 20% की गिरावट दर्ज की गई। यह झटका कंपनी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के PAN 2.0 प्रोजेक्ट के अगले चरण के लिए चयनित नहीं किए जाने की घोषणा के बाद लगा। सुबह 9:15 बजे शेयर का भाव ₹1,143.20 पर खुला, जो पिछले शुक्रवार (17 मई) के भाव ₹1,428.90 से काफी नीचे था।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने PAN सिस्टम के टेक्नोलॉजी अपग्रेड (PAN 2.0) के लिए मैनेज्ड सर्विस प्रोवाइडर (MSP) चुनने की प्रक्रिया शुरू की थी।प्रोटीन ई-गवर्न ने इस प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाई थी, लेकिन उसे अगले चरण के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया।
कंपनी का बयान: प्रोटीन ने कहा कि यह प्रोजेक्ट मौजूदा PAN सेवाओं को "सीमित या नगण्य" प्रभावित करेगा, क्योंकि यह एक नए टेक्नोलॉजी अपग्रेड से जुड़ा है। हालांकि, निवेशकों ने इस खबर को नकारात्मक लिया, जिससे शेयर में लोअर सर्किट (20% गिरावट) लग गया।
एसबीआई से पीएनबी तक की हिस्सेदारी
कंपनी के प्रमुख शेयरधारक: रमेश दामानी (मशहूर निवेशक) के पास कंपनी में 1.05% हिस्सेदारी है। अजय अग्रवाल भी 1.12% हिस्सेदारी रखते हैं। संस्थागत निवेशकों में SBI (4.93%), एक्सिस बैंक (3.18%), और PNB (2.25%) शामिल हैं।
प्रोटीन ई-गवर्न जैसी कंपनियों के लिए सरकारी ठेके राजस्व का प्रमुख स्रोत होते हैं। PAN 2.0 जैसे प्रोजेक्ट से बाहर होना भविष्य के राजस्व को लेकर चिंता पैदा करता है। निवेशकों का विश्वास: 20% लोअर सर्किट दिखाता है कि निवेशक कंपनी की विकास योजनाओं को लेकर आशंकित हैं। संस्थागत निवेशकों की भूमिका: SBI, PNB जैसे बड़े बैंकों की हिस्सेदारी होने के बावजूद शेयर में गिरावट, बाजार के मनोबल को प्रभावित करती है।
PAN 2.0 प्रोजेक्ट क्या है
PAN 2.0 भारत सरकार द्वारा आयकर विभाग के लिए शुरू की गई एक डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य PAN/TAN सेवाओं को आधुनिक, सुरक्षित और यूजर फ्रेंडली बनाना है। इस प्रोजेक्ट को 25 नवंबर 2024 को कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) द्वारा मंजूरी दी गई थी, जिस पर लगभग 1,435 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा ।
प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य और विशेषताएं
1. डिजिटल अनुभव में सुधार: यह प्रोजेक्ट टैक्सपेयर्स को QR कोड वाले पैन कार्ड प्रदान करेगा, जिससे पंजीकरण, सत्यापन और अन्य सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। यह सेवा निःशुल्क उपलब्ध होगी ।
सभी PAN/TAN सेवाओं (आवेदन, अपडेशन, सत्यापन) को एकीकृत पोर्टल पर लाया जाएगा, जो वर्तमान में तीन अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स (ई-फाइलिंग, UTIITSL, प्रोटीन ई-गव) पर विभाजित हैं ।
2. सुरक्षा और टेक्निकल अपग्रेडशन: पैन डेटा वॉल्ट सिस्टम लागू किया जाएगा, जो करदाताओं के डेटा को सुरक्षित रखेगा और धोखाधड़ी रोकने में मदद करेगा। अत्याधुनिक साइबर सुरक्षा उपायों और डिजिटल एकीकरण के माध्यम से डेटा की गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी ।
3. पर्यावरण और लागत अनुकूलन: कागजी कार्यों में कमी लाकर पेपरलेस प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी, जिससे पर्यावरण को सहयोग मिलेगा और प्रशासनिक लागत घटेगी।
4. सामान्य पहचानकर्ता के रूप में PAN: पैन को सभी सरकारी एजेंसियों की डिजिटल प्रणालियों में एकीकृत पहचान के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे विभिन्न सेवाओं में एकरूपता आएगी ।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)