‘भारतीय शेयर बाजार का फंडामेंटल मजबूत’, सेबी मुखिया तुहीन कांत पाण्डेय ने दिलाया निवेशकों का भरोसा
- तुहीन कांत पाण्डेय ने कहा कि जीडीपी प्रोजेक्शन 6.5 प्रतिशत का है। रिजर्व बैंक की नीतियां और बजट मार्केट को काफी सपोर्ट कर रहा है। जोकि निवेशकों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है।

सेबी (Sebi) के मुखिया की जिम्मेदारी सम्भालने वाले तुहीन कांत पाण्डेय (Tuhin Kanta Pandey) कई उतार और चढ़ाव देखे लिए हैं। उन्होने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए निवेशकों से कहा कि भारतीय शेयर बाजार का फंडामेंटल बहुत मजबूत है। वहीं, वैश्विक स्तर पर उतार और चढ़ाव के बीच इंडियन स्टॉक मार्केट का व्यवहार लचीला है। तुहीन कांता ने कहा कि उनकी कोशिश है कि बाजार को और ट्रांसपैरेंट बनाया जाए।
तुहीन कांत पाण्डेय ने कहा कि जीडीपी प्रोजेक्शन 6.5 प्रतिशत का है। रिजर्व बैंक की नीतियां और बजट मार्केट को काफी सपोर्ट कर रहा है। जोकि निवेशकों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है।
बदलते माहौल में नए प्रोडक्ट्स दे रहे हैं दस्तक
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह काफी जरूरी है कि सेबी और इकोसिस्टम के बीच विश्वास हो। सेबी मुखिया ने कहा कि हितों के टकराव के मामले में एक कमेटी बनाई गई है। तुहीन कांत पाण्डेय बोले, “रेगुलेशन रिस्क आधारित होना चाहिए। अगर आप अधिक रिस्क उठाते हैं तो आपको अधिक जांच का सामना करना पड़ेगा।” सेबी मुखिया ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ बदल रहा है। ऐसे में नए प्रोडक्ट्स भी तेजी के साथ दस्तक दे रहे हैं। आने वाले समय में एनर्जी फ्यूचर्स जैसे प्रोडक्ट दस्तक दे सकते हैं।
“हमारा पेमेंट सिस्टम है शानदार”
मार्केट में हलचल के बीच तुहीन कांत पाण्डेय ने कहा, “हमारा पेमेंट और सेटेलमेंट सिस्टम शानदार है। ऐसे में वहां किसी भी प्रकार की दिक्कत की संभावना नहीं है। निवेशक बिना किसी दिक्कत के मार्केट में एंट्री और एक्जिट कर सकते हैं।” आईपीओ के मोर्च पर उन्होंने कहा कि कुछ छोटे मामले सामने आए हैं। लेकिन मुख्य तौर पर ट्रेंड पॉजिटिव ही रहा है। एसएमई आईपीओ को लेकर सेबी ने कुछ बदलाव किए हैं। भारत ने सबसे अधिक लॉन्च किया है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें।)