20 साल में पहली बार प्राइवेट बैंक ने दी घाटे की रिपोर्ट, कर्मचारी पर फ्रॉड करने का शक, शेयर क्रैश
मुंबई स्थित प्राइवेट लेंडर इंडसइंड बैंक लिमिटेड ने जनवरी-मार्च अवधि के लिए ₹2,328 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है।

IndusInd Bank Q4 Results: इंडसइंड बैंक ने आज अपने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए। मुंबई स्थित प्राइवेट लेंडर इंडसइंड बैंक लिमिटेड ने जनवरी-मार्च अवधि के लिए ₹2,328 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है। 20 सालों में यह पहला मामला है जब इंडसइंड बैंक ने तिमाही शुद्ध घाटा दर्ज किया है। इंडसइंड बैंक द्वारा नुकसान दर्ज किए जाने का अंतिम मामला वित्तीय वर्ष 2006 की चौथी तिमाही में था, जब भास्कर घोष बैंक के सीईओ थे। अपने कारोबारी इतिहास में घाटे की रिपोर्ट करने वाला एकमात्र अन्य मामला मार्च 2001 में था। इधर, बैंक के शेयर आज 2% तक टूटकर 766.80 रुपये पर आ गए थे।
क्या है डिटेल
इंडसइंड की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) या मुख्य आय पिछले वर्ष की समान तिमाही से 43.4% घटकर ₹3,048 करोड़ रह गई। लेंडर के लिए परिसंपत्ति की गुणवत्ता क्रमिक आधार पर खराब हुई, सकल एनपीए दिसंबर तिमाही में 2.25% से 3.13% पर आ गया, जबकि तिमाही के लिए शुद्ध एनपीए पिछली तिमाही में 0.68% से 0.95% रहा। एक अलग फाइलिंग में, इंडसइंड बैंक ने कहा कि इंटरनल ऑडिट विभाग ने 20 मई को एक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त होने वाली तीन तिमाहियों में माइक्रोफाइनेंस कारोबार में शुल्क आय के रूप में ₹172.58 करोड़ की राशि गलत तरीके से दर्ज की गई थी और चौथी तिमाही में इसे उलट दिया गया था। Q4FY25 में शुद्ध ब्याज मार्जिन 2.25% रहा, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 201 बीपीएस और तिमाही आधार पर 168 बीपीएस कम था।
बैंक के कर्मचारियों पर शक
इधर, इंडसइंड बैंक के बोर्ड मेंबर ने डेरिवेटिव, सूक्ष्म वित्त और बही-खाते की ‘धोखाधड़ी’ में कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता का संदेह जताते हुए मामले की जानकारी जांच एजेंसियों और नियामक प्राधिकरणों को देने का निर्देश प्रबंधन को दिया है। निजी क्षेत्र के बैंक के निदेशक मंडल ने बुधवार को हुई बैठक में यह फैसला किया। इस बैठक में जनवरी-मार्च तिमाही और वित्त वर्ष 2024-25 के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी गई। इंडसइंड बैंक ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट के साथ बाहरी पेशेवर फर्म की समीक्षा के आधार पर निदेशक मंडल को संदेह है कि 'बैंक के खिलाफ धोखाधड़ी की घटना' में बैंक के लेखांकन एवं वित्तीय रिपोर्टिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कुछ कर्मचारी संलिप्त रहे हैं। बैंक ने कहा, ‘‘इसे ध्यान में रखते हुए निदेशक मंडल ने लागू कानून के तहत आवश्यक कदम उठाने (नियामक प्राधिकरणों और जांच एजेंसियों को सूचना देने सहित) और इन खामियों के लिए जिम्मेदार सभी व्यक्तियों की जवाबदेही तय करने का निर्देश दिया है।’’
(भाषा इनपुट के साथ)