टीसीएस पर अमेरिकी कर्मचारियों के साथ भेदभाव के आरोप, एक्शन मोड में US जांच एजेंसी
- आरोप है कि टीसीएस ने अमेरिकी कर्मचारियों से उनकी जाति, आयु और राष्ट्रीय मूल के आधार पर भेदभाव किया। इस मामले पर ईईओसी के प्रवक्ता ने संघीय कानून का हवाला देते हुए कहा कि एजेंसी जांच पर टिप्पणी नहीं कर सकती।
देश की दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड यानी टीसीएस पर अमेरिकी कर्मचारियों से भेदभाव करने के आरोप लगे हैं। इन आरोपों की अमेरिकी समान रोजगार अवसर आयोग ( ईईओसी ) जांच कर रहा है। आरोप है कि टीसीएस ने अमेरिकी कर्मचारियों से उनकी जाति, आयु और राष्ट्रीय मूल के आधार पर भेदभाव किया। इस मामले पर ईईओसी के प्रवक्ता ने संघीय कानून का हवाला देते हुए कहा कि एजेंसी जांच पर टिप्पणी नहीं कर सकती। ईईओसी को की गई शिकायतें या आरोप संघीय कानून के तहत गोपनीय होते हैं। अमेरिकी जांच एजेंसी को वर्किंग प्लेट में भेदभाव को प्रतिबंधित करने वाले कानूनों को लागू करने का काम सौंपा गया है।
क्या है दावा
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि टीसीएस के पूर्व कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया और छटनी की। उन्होंने साल 2023 के अंत में टीसीएस के खिलाफ शिकायत दर्ज करना शुरू किया। हालांकि, टीसीएस के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी पर गैरकानूनी भेदभाव करने के आरोप निराधार और भ्रामक हैं। कंपनी का अमेरिका में समान अवसर प्रदान करने वाले नियोक्ता होने का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। यह हमारे संचालन में उच्चतम स्तर की ईमानदारी और मूल्यों को दिखाता है। इस खबर के बीच सप्ताह के चौथे दिन गुरुवार, 17 अप्रैल को टीसीएस के शेयर मामूली बढ़त के साथ 3298.95 रुपये पर बंद हुए।
ब्रिटेन में भी लगे आरोप
ब्लूमबर्ग न्यूज के मुताबिक ब्रिटेन में भी तीन पूर्व टीसीएस कर्मचारियों ने एक रोजगार न्यायाधिकरण के समक्ष इसी तरह के दावे किए हैं। इसमें कहा गया है कि कंपनी ने 2023 में उनकी उम्र और राष्ट्रीयता के आधार पर भेदभाव किया। टीसीएस ने न्यायाधिकरण को सौंपे गए जवाब में आरोपों से इनकार किया। बता दें कि अप्रैल 2024 के एक पत्र में मैसाचुसेट्स डेमोक्रेट अमेरिकी प्रतिनिधि सेठ मौलटन ने अमेरिकी एजेंसी से टीसीएस की जांच शुरू करने पर विचार करने को कहा था।