भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ रहा तनाव, फिर क्यों उछाल मार रहा शेयर बाजार
बीते 2 महीने के दौरान सेंसेक्स में 7000 अंक की उछाल देखने को मिली है। वहीं, निफ्टी 10 प्रतिशत की बढ़त बनाने में सफल रहा है। निवेशकों को डर सता रहा है कि भारतीय शेयर बाजार में तेजी कहीं बुलबुला ना निकले। इस डर का कारण पहलगाम में आंतकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ा टेंशन है।

Why Stock Market Surging: वैश्विक स्तर पर बढ़े तनाव के बीच भारतीय शेयर बाजार लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। बीते 2 महीने के दौरान सेंसेक्स में 7000 अंक की उछाल देखने को मिली है। वहीं, निफ्टी 10 प्रतिशत की बढ़त बनाने में सफल रहा है। निवेशकों को डर सता रहा है कि भारतीय शेयर बाजार में तेजी कहीं बुलबुला ना निकले। इस डर का कारण पहलगाम में आंतकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ा टेंशन है। आइए समझते हैं कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के पीछे की वजह क्या है?
शेयर बाजार में तेजी की क्या वजह
पहली वजह रुपये के मुकाबले डॉलर का कमजोर होना माना जा रहा है। रुपया, डॉलर के मुकाबले 5 महीने के उच्चतम स्तर पर है। वहीं, क्रूड ऑयल की कीमतों में भी गिरावट ने निवेशकों को भारतीय शेयर बाजारों की तरफ आकर्षित किया है। महज 11 कारोबारी दिन में घरेलू शेयर बाजारों में एफआईआई ने 4.5 बिलियन डॉलर का निवेश किया है।
एक्सपर्ट्स क्या सोच रहे हैं?
इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एंजल वन से जुड़े अमर देव सिंह कहते हैं,“निफ्टी 24,400 के स्तर पर मुश्किलों का सामना करेगा। लेकिन अगर निफ्टी इस स्तर को पार करने में सफल रहा तो इसके अंदर 24,700 अंक से 24,800 अंक तक पहुंचने की क्षमता है।” उन्होंने कहा कि कोई भी गिरावट निवेशकों के लिए खरीद का अच्छा मौका होगा। लेकिन निवेशकों को इस स्तर पर सावधान रहने की आवश्यकता है।
एक्सपर्ट्स को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध ना छिड़ जाए। अगर युद्ध होता है तो बाजाार की सेहत के लिए यह अच्छा नहीं होगा।
आज शेयर बाजारों में तेजी
सेंसेक्स आज 80,300.19 अंक पर खुला था। दिन में यह 850 अंक से अधिक की तेजी के साथ 81,159.41 अंक (10.05 बजे तक) पहुंच गया था। निफ्टी भी आज एक प्रतिशत से अधिक चढ़ा है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरोंं को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)