भारत से तनाव के बीच चीन से क्या हुई डील? पाक खुद कर रहा बखान; अगली मीटिंग भी तय
कर्ज में गले तक डूबे पाकिस्तान ने बुधवार को चीन से गहरे संबंधों का दावा किया। कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, कृषि और उद्योग समेत कई क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति हुई है।

भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान ने चीन से गहरे संबंधों का दावा किया है। उसके डिप्टी पीएम इशाक डार ने बीजिंग दौरे में समकक्ष मंत्री से मुलाकात की। पाकिस्तान ने बताया कि दोनों देशों में व्यापार, निवेश, कृषि और औद्योगिकीकरण समेत कई अहम क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति हुई है। यह तब है जब पाकिस्तानी मीडिया ने बुधवार को दावा किया है कि उनके देश की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है, उद्योग-धंधे चौपट हो चुके हैं और शहबाज शरीफ सरकार चार अंतरराष्ट्रीय बैंकों से अरबों का नया कर्ज लेने की तैयारी कर रहा है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि चीन से मीटिंग में उसने न केवल आर्थिक साझेदारी को मजबूत किया है, बल्कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को अफगानिस्तान तक बढ़ाने का भी फैसला लिया है। इसके अलावा, दोनों देशों ने क्षेत्रीय स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए संवाद जारी रखने का भी वादा किया है। अगली बैठक भी तय हो गई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान का बुरा हाल है। अपनी दुर्दशा दुरुस्त करने के लिए वह पहले आईएमएफ से भीख मांग चुका है और अब उसके डिप्टी पीएम इशाक डार चीन दौरे पर हैं। पाकिस्तान की तरफ से बुधवार को जानकारी दी गई कि उनके डिप्टी पीएम इशाक डार ने मंगलवार को बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। वांग यी ने कहा कि चीन पाकिस्तान के राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में समर्थन करेगा।
व्यापार, कृषि और औद्योगिकीकरण में डील
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया, चीन और पाकिस्तान ने व्यापार, निवेश, कृषि, औद्योगिकीकरण और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, मीटिंग में तालिबान शासित अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमिर खान मुत्तकी भी उपस्थित थे। तीनों नेताओं की अगली बैठक काबुल में होगी।
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विस्तार
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि दार और वांग ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के साथ बीजिंग में एक बैठक की। नेताओं ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को अफगानिस्तान तक बढ़ाने और चीन के वैश्विक इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्यक्रम बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के लिए और सहयोग करने का फैसला किया है।
कर्ज में गले तक डूबे पाक पर नया संकट
एक तरफ पाकिस्तान अपने आप को बचाने के लिए चीन की तरफ देख रहा है, दूसरी तरफ उसकी हालत लगातार खराब होती जा रही है। पाक मीडिया ARY न्यूज की रिपोर्ट है कि देश न केवल अपने तय किए गए आर्थिक विकास के लक्ष्यों से पिछड़ गया है, बल्कि एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं के दरवाजे पर हाथ फैलाने को मजबूर है। उसने 4.9 अरब डॉलर के वाणिज्यिक कर्ज की भी योजना बनाई जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ दर 3.6% के अनुमान के मुकाबले सिर्फ 2.68% रही।
भारत-पाक युद्धविराम पर चीन
पाकिस्तान की तरफ से बताया गया कि चीन ने सीजफायर को लेकर भारत और पाकिस्तान दोनों के प्रयासों की सराहना की है। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए और पाक फौज के कई एयरबेस तबाह कर दिए गए। हमले में पाक सेना के कई अफसर और जवान भी मारे गए। हमलों से दहशत में आए पाकिस्तान ने अमेरिका का दरवाजा खटखटाया और सीजफायर की मांग की। युद्धविराम भारत की शर्तों पर हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने दोहराया है कि पानी और खून साथ नहीं बह सकते, इसलिए सरकार ने सिंधु जल संधि को सस्पेंड बरकरार रखा है। पीएम मोदी ने दो टूक शब्दों में यह भी कहा है कि पाकिस्तान से अब आतंकवाद पर ही बात होगी।
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