Wild Elephants Cause Destruction in Gomia Homes and Crops Devastated गोमिया के गांवों में जंगली हाथियों का उत्पात जारी, ग्रामीण दहशत में, Bokaro Hindi News - Hindustan
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गोमिया के गांवों में जंगली हाथियों का उत्पात जारी, ग्रामीण दहशत में

गोमिया प्रखंड के ललपनिया पंचायत में जंगली हाथियों ने भारी तबाही मचाई। हेमंती देवी का घर गिरा दिया गया और अनाज को चट कर दिया गया। ग्रामीण भयभीत हैं। हाथियों ने कई घरों और फसलों को नुकसान पहुंचाया। पंसस...

Newswrap हिन्दुस्तान, बोकारोThu, 17 April 2025 04:46 AM
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गोमिया के गांवों में जंगली हाथियों का उत्पात जारी, ग्रामीण दहशत में

गोमिया, प्रतिनिधि। गोमिया प्रखंड अंतर्गत ललपनिया पंचायत के अइयर में जंगली हाथियों ने एक फिर दस्तक दी। इस बार हेमंती देवी के घर को गिरा दिया और घर पर रखे अनाज को चट कर दिया। पिछले एक सप्ताह से गजराज के आतंक से ग्रामीण भयभीत हैं। मंगलवार की देर रात हाथियों का झुंड ने भारी तबाही मचाई। हाथियों ने जहां ग्रामीणों की नींद हराम कर दी है, वहीं उनके घरों और फसलों को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है। हेमंती देवी ने बताया कि हाथी उसके घर का दीवार ढहा दी और घर में रखे तीन बोरा चावल, पांच बोरा महुआ तथा लगभग एक क्विंटल धान खा गए। वहीं मनोवर अंसारी के एसबेस्टस शीट से बने घर और दीवार को तोड़कर एक बोरा चावल खा गए। रासुलन खातून के घर की खिड़की, दरवाजा और चहारदिवारी को भी ध्वस्त कर दिया गया।

इसके अलावा नरेश किस्कू के सूअर फार्म को तहस-नहस कर एक सूअर को भी मार डाला गया। होपन मांझी के गौशाला को नुकसान पहुंचाया गया और मोतीलाल मांझी व बीरालाल मांझी के खेत में लगे मकई, खीरा, टमाटर व भिंडी सहित अन्य फसलों को खाकर व रौंद कर बर्बाद कर दिया।

घटना की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को पंसस शांति हांसदा, वार्ड सदस्य दिलीप सोरेन और आदिवासी नेता अनिल कुमार हांसदा गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का हमला रात के समय हुआ जब सभी लोग सो रहे थे। हेमंती देवी की नींद तब खुली जब घर की दीवार गिरने की आवाज आई। किसी तरह वह जान बचाकर भागीं।

शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण इकट्ठा हुए और हाथी भगाओ टीम को सूचना दी। टीम ने मशाल और पटाखों की मदद से हाथियों को जंगल की ओर भेज दिया, लेकिन तब तक भारी नुकसान हो चुका था।

पंसस शांति हांसदा और आदिवासी नेता अनिल हांसदा ने वन विभाग से पीड़ितों को मुआवजा देने और गांव की सुरक्षा के लिए टॉर्च, मशाल जैसी आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की है। बताया कि हाथियों का यह झुंड फिलहाल अइयर डैम के किनारे जंगल में डेरा डाले हुए है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है।

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