सफेद तने वाले इस पेड़ के हैं कई फायदे, सर्दी-जुकाम में भी मिलता है आराम
Eucalyptus Health Benefits: सफेद तने वाले ऊंचे-लंबे पेड़ को को सड़क के किनारे जरूर देखा होगा। इस पेड़ को विक्स वाला पेड़ भी बोलते हैं। इसकी पत्तियों से लेकर छाल तक के फायदे हैं। जानें कैसे करें इस्तेमाल।

मैदानी एरिया में सड़क के किनारे अक्सर आपने ऊंचे-लंबे सफेद तने वाले पेड़ देखे होंगे। इस पेड़ का नाम है यूकेलिप्टस। इस पेड़ की पत्तियों से लेकर छाल तक सबकुछ फायदेमंद होता है। जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं रहती है। लेकिन आप इसे विक्स का पेड़ भी कह सकते हैं क्योंकि विक्स में मुख्य रूप से नीलगिरी का ही तेल मिलाया जाता है। यूकेलिप्टस का हिंदी नाम नीलगिरी है। हालांकि इन पेड़ों की पत्तियों को कभी भी सीधे नहीं खाना चाहिए। नहीं तो ये नुकसान पहुंचा सकती हैं। जानें किस तरह से नीलगिरी यानी यूकेलिप्टस को इस्तेमाल करें और क्या हैं इसके फायदे।
-यूकेलिप्टस की पत्तियों से बनी चाय
-यूकेलिप्टस की पत्तियों से बनी चाय पी जा सकती है।
-वहीं इन पत्तियों का भाप लेना भी फायदा करता है।
-इन पत्तियों से निकला तेल नीलगिरी का तेल इस्तेमाल में लाया जाता है।
-नीलगिरी पेड़ की छाल को भी इस्तेमाल किया जाता है।
बंद नाक खोलने के लिए
छोटे बच्चों की नाक अक्सर सर्दी-जुकाम से बंद हो जाती है। जिसमे इन पेड़ की निकली हुई छाल को जलाने और इस धुएं को बच्चे को सुंघाने से बंद नाक जल्दी से और बिना किसी दवा के खुल जाती है।
नीलगिरी का तेल
नीलगिरी का तेल सूंघने पर ये सर्दी-जुकाम के साथ ही बंद नाक को खोलने में मदद करता है। हालांकि ध्यान रखना चाहिए कि यूकेलिप्टस ऑयल यानी नीलगिरी के तेल को कभी भी कंज्यूम यानी पीना नहीं चाहिए। नहीं तो ये जहरीले इफेक्ट दे सकता है।
ड्राई स्किन में फायदा
यूकेलिप्टस पत्तियों से निकले अर्क को स्किन में लगाने से ड्राईनेस की समस्या दूर होती है। हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में हुई स्टडी में पता चला है कि पत्तियों के एक्स्ट्रैक्ट की मदद से स्किन सेरामाइड का प्रोडक्शन बढ़ता है। जो स्किन के नीचे पानी को इकट्ठा करने में मदद करती है और ड्राई होने से बचाती है।
दर्द में आराम
यूकेलिप्टस तेल को सूंघने से दर्द में आराम मिलता है। इसमे एंटी इंफ्लेमेटरी और एनलजेसिक कंपाउंड पाए जाते हैं। 2022 में हुई स्टडी के मुताबिक र्यूमेटाड आर्थराइटिस के मरीजों को एक मिलीलीटर यूकेलिप्टस ऑयल 5 मिनट तक सुंघाने से दर्द में आराम मिलता है।
चोट के घाव पर लगाना
चोट लगने पर अगर घाव लग जाता है तो यूकेलिप्टस ऑयल की मदद से ड्रेसिंग करने से दर्द कम होता है।
कीड़े मारने की नेचुरल दवा
हेल्थलाइन में लिखी रिपोर्ट के मुताबिक 2021 की स्टडी बताती है कि अगर यूकेलिप्टस और लौंग के तेल को मिलाकर स्किन पर लगाया जाए तो ये मच्छरों को दूर रखने का अच्छा तरीका है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक लेमन यूकेलिप्टस ऑयल जो लेमन यूकेलिप्टस पेड़ से लिया जाता है वो कीड़े मारने वाली दवा में इस्तेमाल होता है। हालांकि प्योर यूकेलिप्टस ऑयल को सीधे स्किन पर नहीं लगाना चाहिए।
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