ट्रेंड में क्यों है जेंटल पेरेंटिंग स्टाइल, जानिए इसके बारे में सब कुछ
- इन दिनों बच्चों का पालन पोषण करने के लिए पेरेंट्स जेंटल पेरेंटिंग स्टाइल को अपना रहे हैं। आइए, इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में सब कुछ बताते हैं। जानिए-

बच्चों की परवरिश करने के लिए पेरेंट्स तरह-तरह के तरीकों को अपनाते हैं। ऐसा भी नहीं है कि हर बच्चे के लिए एक ही तरह का पेरेंटिंग स्टाइल कारगर हो, कईबार एक ही बच्चे पर अलग-अलग पेरेंटिंग तकनीकें अपनानी पड़ती है। ये पूरी तरह से परिस्थिति पर निर्भर करता है। पहले के समय पर पेरेंटिंग का तरीका बिल्कुल अलग हुआ करता था, लेकिन अब ज्यादातर पेरेंट्स जेंटल पेरेंटिंग स्टाइल को अपना रहे हैं। आइए, इस आर्टिक में जानते हैं इस पेरेंटिंग के बारे में सबकुछ।
क्या है जेंटल पेरेंटिंग?
पारंपरिक पेरेंटिंग स्टाइल में जब बच्चा कुछ अच्छा करता है या अच्छा व्यवहार दिखाता है, तो आप उसे शाबाशी और गिफ्ट दिए जाते हैं। लेकिन अगर बच्चा कुछ बुरा करता है, तो उसे डांट दिया जाता है और कुछ मामलों में बच्चों की पिटाई तक हो जाती हैं। हालांकि, जेंटल पेरेंटिंग स्टाइल बिल्कुल अलग है। इस पैरेंटिंग स्टाइल में पैरेंट्स अपने बच्चे की भावनात्मक जरूरतों और स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं। इसमें बच्चे के लिए सुरक्षित और अच्छा माहौल बनाने पर जोर दिया जाता है। इस तरह के पेरेंटिंग स्टाइल को फॉलो करने वाले पेरेंट्स बच्चों को सख्त सजा नहीं देते बल्कि बच्चे को उसकी भावनाओं को समझकर ठीक तरह से व्यवहार करना सिखाया जाता है।
क्या हैं जेंटल पेरेंटिंग के फायदे?
रिलेशनशिप होता है बेहतर
जेंटल पेरेंटिंग से पेरेंट्स और बच्चों के बीच रिश्ता काफी स्ट्रॉन्ग होता है। साथ ही पेरेंट्स और बच्चों के बीच ज्यादा पॉजिटिव रिश्ता बन सकता है।
बढ़ता है बातचीत का तरीका
जब आप अपने बच्चे की जरूरतों और भावनाओं को सुनते हैं और सहानुभूति और समझ के साथ जवाब देते हैं, तो आप उन्हें उसी तरीके से बातचीत करना सिखा रहे होते हैं।
इमोशनल विकास
जेंटल पेरेंटिंग आपके बच्चे को हेल्दी और सही तरीके से अपनी भावनाओं को पहचानने और व्यक्त करने में मदद करता है, ये एक जरूरी लाइफ स्किल है।
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