बेंगलुरु की सड़कों पर चल रही नाव, पार्क बने झील; रातभर की बारिश बनी जी का जंजाल, खुली पोल
बेंगलुरु की इस हालत पर राजनीति भी शुरू हो गई है। राज्य के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने कहा कि वह संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। वहीं विपक्ष ने आलोचना करते हुए कहा कि करोड़ों रुपये खर्च और परिणाम शून्य।

कर्नाटक की राजधानी और हाईटेक सिटी बेंगलुरु में रात भर हुई भारी बारिश की वजह से विभिन्न इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, सड़कों पर जगह जगह पानी भर गया है और कई आवासीय इलाके जलमग्न हो गए हैं। शहर के कुछ इलाकों में सड़कों पर नाव चलते देखा गया है। बेंगलुरु का मान्यता टेक पार्क झील में तब्दील हो गया है। इस पार्क के सभी गेट पर सोमवार की सुबह दो फीट से ज़्यादा पानी जमा था। पार्क प्रबंधन ने पुष्टि की कि वे पानी को बाहर निकालने के लिए नगर निगम के साथ काम कर रहे हैं। इस घटना ने सोशल मीडिया पर आक्रोश पैदा कर दिया, जिसमें कई लोगों ने कर्नाटक सरकार के बुनियादी ढांचे के वादों की आलोचना की है।
दूसरी तरफ, शहर में अभी और बारिश के आसार हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में बेंगलुरु में 103 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस बीच, सोशल मीडिया पर बेंगलुरु के विभिन्न हिस्सों से जलमग्न सड़कों के वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें दिखाया गया है कि बारिश के बीच शहर किस तरह की समस्याओं से जूझ रहा है। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ‘बेंगलुरु कॉरपोरेट क्लब’ के आधिकारिक पेज पर कुछ तस्वीरें साझा की गई है, जिनमें सोमवार को सुबह सात बजकर 20 मिनट पर शहर के एक व्यस्ततम इलाके में यातायात बिल्कुल जाम नजर आरहा है। सिल्क बोर्ड पर करीब 10 किलोमीटर के हिस्से में यातायात लगभग ठप हो गया था।
शहर के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार बरसात के मौसम से पहले हो रही बारिश के दौरान बेंगलुरु में पिछले कुछ दिनों में बादल फटने की घटना भी सामने आई है और यहां 15 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है। अधिकतर लोगों ने घर से काम करने को प्राथमिकता दी है, क्योंकि शहर की सड़कों पर आवागमन लगभग असंभव और खतरनाक हो गया है।
तीन दिनों से हो रही बारिश
गृह मंत्री जी परमेश्वर के अनुसार, पिछले तीन दिनों से बेंगलुरु में भारी बारिश हो रही है। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मानसून से पहले हम बाढ़ और जलमग्न क्षेत्र देख रहे हैं। बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) के कर्मी, अधिकारी सड़कों पर जलभराव, उखड़े हुए पेड़ों और शाखाओं को हटाने के काम में लगी हुई है। प्राधिकारी अपना काम कर रहे हैं।’’ विपक्ष ने बारिश के बाद बेंगलुरु शहर में कई जगहों पर जलभराव होने से दिक्कतों को लेकर सोमवार को राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि बुनियादी अवसंरचना पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद भी नतीजा शून्य है।
होरमावु में साई लेआउट सबसे ज्यादा प्रभावित
बेंगलुरू के होरमावु में साई लेआउट अब तक सबसे ज़्यादा बारिश से प्रभावित इलाकों में से एक है। बरसात से पहले हुई बारिश के कारण लेआउट में चार से पांच फुट पानी भर गया है। होरमावु में विद्यारण्यपुरा साई लेआउट जैसे इलाके सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं। कई घरों के सामने पानी का स्तर घुटनों से भी ज़्यादा बढ़ गया, जिसके कारण अधिकारियों को स्थिति का आकलन करने और सहायता प्रदान करने के लिए नावों का इस्तेमाल करना पड़ा। स्थानीय लोगों द्वारा पहले भी बार-बार की गई अपील और उचित जल निकासी और सड़क उन्नयन की मांग को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शनों के बावजूद, यह क्षेत्र हर बारिश के बाद असुरक्षित बना हुआ है।
बार-बार शिकायत के बावजूद नालियों की सफाई नहीं
मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार, लोगों ने जाम हुई नालियों को जलजमाव के लिए जिम्मेदार ठहराया और दावा किया है कि अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बावजूद नालियों की सफाई नहीं की गई। टेनरी रोड स्थित एनसी कॉलोनी में पानी लोगों के घरों में भी घुस गया। हालांकि इससे किसी के घायल होने की खबर नहीं है। जयनगर में भारी बारिश के कारण एक पेड़ उखड़ कर वहां खड़ी कार और एक जीप पर गिर गया, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो गईं। जलजमाव की वजह से कुछ सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
तटीय भागों में भारी वर्षा के आसार
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बेंगलुरु केंद्र के निदेशक एन. पुवियारसु ने कहा कि बेंगलुरु सहित कर्नाटक के कुछ इलाकों के लिए 18 मई को जारी किया गया ‘यलो अलर्ट’ सोमवार और मंगलवार को भी प्रभावी रहेगा। IMD निदेशक ने कहा कि विभाग वायु परिसंचरण की वर्तमान स्थिति का अध्ययन कर रहा है और बाद में मौसम की अद्यतन जानाकारी जारी करेगा। पुवियारासु ने कहा, ‘‘चक्रवाती हवाओं की वर्तमान स्थिति के अनुसार, कर्नाटक में, विशेषकर तटीय भागों में भारी वर्षा होगी। अगले दो दिनों तक बेंगलुरू में भी भारी बारिश होने की संभावना है।’’
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि ‘यलो अलर्ट’ के बीच कुछ क्षेत्रों में अस्थायी रूप से बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है, यातायात में मामूली बाधा आ सकती है और कमजोर पेड़ एवं शाखाएं उखड़ सकती हैं। आईएमडी ने रविवार को बेंगलुरु सहित कर्नाटक के 23 जिलों में बृहस्पतिवार तक भारी बारिश को लेकर ‘यलो अलर्ट’ जारी किया था।