हेरिटेज पर्यटन स्थल पर पर्यटक तो बढ़े, मगर राजस्व घटा
-विदेशी पर्यटकों की कमी से उत्पन्न हुई स्थिति नई दिल्ली, एजेंसी भारत में हेरिटेज

-विदेशी पर्यटकों की कमी से उत्पन्न हुई स्थिति नई दिल्ली, एजेंसी
भारत में हेरिटेज साइट्स (विरासत पर्यटक स्थल) में पर्यटकों की संख्या में तो 19 फीसदी का इजाफा हुआ लेकिन फिर भी वहां से मिलने वाले राजस्व में 2.83 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसकी मुख्य वजह इन स्थानों पर विदेशी पर्यटकों की संख्या में कमी को माना जा रहा है।
राज्य सभा में प्रस्तुत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के डाटा के विश्लेषण में यह बात सामने आई है। डाटा में भारत के 143 स्मारकों को शामिल किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019-20 के दौरान इन हेरिटेज स्थल पर जहां 4.60 करोड़ पर्यटक पहुंचे वहीं वर्ष 2023-24 में इसमें 5.49 करोड़ पर्यटकों के साथ 19.35 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
लेकिन अगर उन पर्यटन स्थल में टिकट बिक्री से होने वाले राजस्व की बात की जाए तो उसमें अप्रत्याशित रूप से 2.83 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019-20 में जहां इन स्थल से 312.54 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुए वह वर्ष 2023-24 में घटकर 303.70 करोड़ ही रह गई।
रिपोर्ट में इन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों में एक बदलाव देखा गया है। इन स्मारकों में जिन पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है उनमें मुख्य रूप से देशी पर्यटक शामिल हैं। वर्ष 2023-24 में इन स्मारकों पर देशी पर्यटकों की संख्या में 21.75 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई वहीं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में 16.03 फीसदी की गिरावट आई है।
विदेशी पर्यटकों के टिकट महंगे होते हैं। ऐसे में उनसे अधिक राजस्व की प्राप्ति होती है। देशी पर्यटकों में इजाफा व विदेशी पर्यटकों में आई कमी की वजह से ही इन केंद्रीय संरक्षित टिकटेड स्मारकों में राजस्व में कमी आई है।
कोंकण सूर्य मंदिर में बढ़ा, आगरा किले में घटा राजस्व
रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि कोणार्क सूर्य मंदिर, राजारानी मंदिर व अशोकन रॉक एडिक्ट से होने वाले राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं आगरा किले, मूवरकोली व तिरुमलई नायक पैलेस से होने वाले राजस्व में कमी आई है।
पर्यटक बढ़े, राजस्व पर ज्यादा फर्क नहीं
ताज महल में पर्यटकों की संख्या में 31.27 फीसदी की बढ़ोत्तरी होने के बाद भी वहां से मिलने वाले राजस्व में मात्र 1.48 प्रतिशत की ही बढ़ोत्तरी देखी गई है। कुतुबमीनार में पर्यटकों की संख्या 45.1 प्रतिशत बढ़ी लेकिन उसके सापेक्ष राजस्व में महज 18 प्रतिशत का इजाफा हुआ। हुमायूं का मकबरा में तो पर्यटकों की संख्या में 16.6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के बाद भी राजस्व में 29.8 फीसदी की गिरावट आई है।
ताज महल सबसे लोकप्रिय पयर्टन स्थल
इंडिया टूरिज्म डेटा कम्पेंडियम 2024 के अनुसार वर्ष 2023-24 में ताज महल सबसे लोकप्रिय पयर्टन स्थल रहा जहां 61 लाख देशी व 6.8 लाख विदेश पर्यटक पहुंचे। कोणार्क सूर्य मंदिर दूसरे व कुतुबमीनार तीसरे स्थान पर रहे।
इनसे मिला वर्ष 2023-24 में सर्वाधिक राजस्व
पर्यटन स्थल राजस्व
ताज महल - 98.55 करोड़
कुतुबमीनार - 23.80 करोड़
लाल किला - 18.09 करोड़
आगरा किला - 15.27 करोड़
कोणार्क मंदिर - 12.66 करोड़
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