राजस्थान रोडवेज के बस कंडक्टर ने लड़की को किडनैपर्स से बचाया, VIDEO हो रहा वायरल
- मानेसर बस स्टैंड के पास जब अपहरणकर्ता चाय पीने के लिए रूके, तो इसी बीच अचानक युवती को होश आ जाता है। होश में आते ही उसने पहले खुद को संभाला और सीकर रोडवेज डिपो की बस देखते ही मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया।

राजस्थान रोडवेज की बस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सरकारी बस का एक कंडक्टर एक लड़की को उसके परिजनों से मिलवाता दिखाई दे रहा है। जिनसे मिलकर लड़की भावुक हो जाती है रो पड़ती है। इस वीडियो के पीछे की कहानी जानने के बाद लोग बस कंडक्टर की जमकर तारीफ कर रहे हैं। दरअसल यह वीडियो राजस्थान के सीकर शहर का बताया जा रहा है, जहां दो दिन पहले कुछ बदमाश इस लड़की को किडनैप कर ले जा रहे थे, लेकिन लड़की ने मौका पाते ही बस कंडक्टर से मदद मांगी और कंडक्टर ने बहादुरी दिखाते हुए बस में सवार लोगों को इकट्ठा कर युवती को बस में बैठा लिया, जिसके बाद बदमाश भाग गए। पीड़िता का नाम ज्योति बताया जा रहा है, जिसकी उम्र 22 साल है।
इस वायरल वीडियो के साथ जो मैसेज वायरल हो रहा है, उसमें बताया जा रहा है कि यह वीडियो सीकर का है, जहां के नवलगढ़ पुलिया इलाके से बीते शुक्रवार को ज्योति अपने गांव पिपराली जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। इसी बीच एक स्कॉर्पियो गाड़ी में सवाल तीन बदमाशों ने रास्ता पूछने के बहाने लड़की को गाड़ी में खींच लिया और उसका अपहरण कर ले जाने लगे।
गाड़ी में जबरदस्ती बैठाने के बाद बदमाशों ने युवती को नशीली चीज सूंघाकर बेहोश भी कर दिया। लड़की का अपहरण कर बदमाश उसे दिल्ली की ओर ले जा रहे थे, इसी बीच जयपुर-दिल्ली हाईवे पर मानेसर बस स्टैंड के पास वे लोग चाय पीने के लिए रूके। तभी अचानक युवती को होश आ गया। होश में आते ही उसने पहले खुद को संभाला और सीकर रोडवेज डिपो की बस देखते ही मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया।
ज्योति की आवाज जब रोडवेज बस के कंडक्टर नेमीचंद मुवाल ने सुनी तो उन्हें मामला कुछ संदेहास्पद और उन्होंने तुरंत बस को रूकवाया। फिर बहादुरी दिखाते हुए ज्योति को बदमाशों की गाड़ी से बाहर निकाल और बस में बैठा लिया। लोगों को इकट्ठा होते देखकर बदमाश वहां से रफू चक्कर हो गए।
इसके बाद बस के लोगों ने डरी-सहमी ज्योति को संभाला और उसे पानी पिलाया। इसके बाद बस कंडक्टर नेमीचंद ने उसके परिवार वालों को फोन लगाया और उसे सुरक्षित परिवार वालों को सौंप दिया। अब हर कोई कंडक्टर की समझदारी और बहादुरी की तारीफ कर रहा है। वीडियो में नेमीचंद लड़की के परिजनों से यह कहना भी दिख रहा है कि इसलिए ही सरकारी रोडवेज की बसों में यात्रा सुरक्षित होती है।