जो दुनिया में हैं ही नहीं उसके नाम बनवा दी बीमा पॉलिसी, क्लेम में खुल गई पोल; 4 गिरफ्तार
कड़े गए चारों लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। उन्होंने अपने भाई की पत्नी को जीवित दिखाकर उनकी जगह पर दूसरी महिला को खड़ा कर फर्जी ढंग से इश्योरेंस पॉलिसी कराई थी। निजी इंश्योरेंस कंपनी शाखा सिविल लाइंस के मुख्य प्रबंधक ने सिविल लाइंस थाने में गिरोह के सात सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
यूपी के प्रयागराज में मर चुके शख्स के नाम फर्जी तरीके से इंश्योरेंस पॉलिसी लेकर क्लेम करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। सिविल लाइंस पुलिस, एसओजी नगर और सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए चारों लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। उन्होंने अपने भाई की पत्नी खुशबू विश्वकर्मा को जीवित दिखाकर उनकी जगह पर दूसरी महिला को खड़ा कर फर्जी ढंग से इश्योरेंस पॉलिसी कराई थी। एक दिन पहले निजी इंश्योरेंस कंपनी शाखा सिविल लाइंस के मुख्य प्रबंधक राहुल बनर्जी ने सिविल लाइंस थाने में गिरोह के सात सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।
पुलिस के अनुसार, इंश्योरेंस कंपनी के मुख्य प्रबंधक राहुल बनर्जी ने करछना में फर्जी गिरोह के सक्रिय होने की शिकायत की थी। उनकी तहरीर के अनुसार वर्ष 2023 और 2024 में खुशबू विश्वकर्मा पत्नी अजय कुमार विश्वकर्मा निवासी करछना और अजीत कुमार विश्वकर्मा के नाम से सेल्स मैनेजर अंकुश कुमार श्रीवास्तव के माध्यम से दो जीवन बीमा पॉलिसी कराई गई थी। वहीं 28 जून 2024 को अजय विश्वकर्मा ने पॉलिसी धारक के निधन का दावा करते हुए क्लेम किया था।
इसकी जांच में पता चला कि खुशबू की जगह अजय ने अपनी रिश्तेदार जीवित महिला सत्या देवी पत्नी मुकेश निवासी करछना की फोटो और कूटरचित दस्तावेज जमा किया था। राहुल बनर्जी की तहरीर पर अजय कुमार विश्वकर्मा, अंकुश श्रीवास्तव, विजय उपाध्याय, राकेश पांडेय, विजय विश्वकर्मा, सत्या देवी और नीलम विश्वकर्मा के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस टीम ने शुक्रवार को गिरोह के सदस्य विजय कुमार विश्वकर्मा, अजय कुमार विश्वकर्मा, सुजीत विश्वकर्मा और राजकुमार विश्वकर्मा (सभी निवासी करछना) को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, चारों आरोपी एक ही परिवार के हैं।
अजय विश्वकर्मा था नॉमिनी
आरोपियों ने अपने भाई अजय कुमार विश्वकर्मा की 2022 में मृत पत्नी खुशबू विश्वकर्मा को जीवित दिखाकर उसके स्थान पर दूसरी महिला को खड़ी कर फर्जी तरीके से इंश्योरेंस पॉलिसी ली थी। इसी तरह इस वर्ष पूर्व मृत भाई अजीत कुमार विश्वकर्मा के स्थान पर अन्य व्यक्ति को खड़ा कर इंश्योरेंस पॉलिसी ली थी। दोनों इंश्योरेंस पॉलिसी में अजय विश्वकर्मा नॉमिनी था।