गोरखपुर से कोलकाता-मुंबई-दिल्ली की ट्रेनें रद्द, 3 से 4 गुना बढ़ा फ्लाइट का किराया; संकट में फंसे यात्री
गोरखपुर से कोलकाता का किराया अमूमन जहां अधिकतम 6 से 7 हजार रुपये के बीच रहता है वहीं इन दिनों यहां का किराया 16 हजार के पार है। मुंबई के किराए में भी बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है। मुंबई का किराया इन दिनों 20 हजार रुपये के पार हो गया है। दिल्ली जाने के लिए भी आपको कम से कम 10 हजार रुपये खर्च करने होंगे।

गोरखपुर से ट्रेनों के रद्द का होने का फायदा विमान कंपनियां उठा रही हैं। कोलकाता, मुंबई और दिल्ली की ट्रेनों के रद्द होने की वजह से कंपनियों ने किराया तीन से चार गुना तक बढ़ा दिया है। गोरखपुर से कोलकाता का किराया अमूमन जहां अधिकतम 6 से 7 हजार रुपये के बीच रहता है वहीं इन दिनों यहां का किराया 16 हजार के पार है। मुंबई के किराए में भी बेतहाशा बढ़ोतरी देखी गई है। मुम्बई का किराया इन दिनों 20 हजार रुपये के पार हो गया है। दिल्ली जाने के लिए भी आपको कम से कम 10 हजार रुपये खर्च करने होंगे। इस बीच प्राइवेट बस संचालकों की भी चांदी हो गई है।
रविवार से एनआई का काम शुरू होने के साथ ही ब्लॉक के घंटे बढ़ा दिए गए हैं। रविवार की तरह सोमवार को भी 10.30 घंटे का ब्लॉक था। इसकी वजह से बाईपास ट्रेनें एक से ढाई घंटे तक लेट से गोरखपुर पहुंची। गोरखपुर से चलने वाली सभी ट्रेनों के रद होने की वजह से बाघ, वैशाली, संपर्कक्रांति और सप्तक्राति एक्सप्रेस में यात्रियों की खूब भीड़ उमड़ रही है। यात्रियों को बैठने की जगह नहीं मिल रही है। कई यात्रियों तो कोच में सवार भी नहीं हो पा रहे हैं। दो प्लेटफार्म छोड़ बाकी बंद होने की वजह से सन्नाटे में थे लेकिन एक नंबर पर आई बाघ और वैशाली एक्सप्रेस में सवार होने के लिए यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा। काफी कोशिशों के बाद भी कइयों को सीट नहीं मिल पाई।
जनरल कोच में चढ़ने के लिए टूट पड़े यात्री
दरअसल गोरखपुर से प्रस्थान करने वाली सभी ट्रेनों के निरस्त होने से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की पूरी भीड़ बाघ, संपर्कक्रांति और वैशाली पर आ गई। एक तो भीड़ ज्यादा दूसरे रीशिड्यूल होने की वजह से वैशाली एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंची।
ट्रेन के आते ही जनरल कोच में यात्री चढ़ने के लिए टूट पड़े। जनरल कोच के पहले से ही भरे होने की वजह से यात्री चढ़ ही नहीं पा रहे थे। जैसे-तैसे कुछ ही यात्री सवार हो सके। यात्रियों की भीड़ बाघ एक्सप्रेस में भी खूब रही।
सिर्फ दो प्लेटफार्म छोड़ बाकी सभी से संचलन बंद
दो प्लेटफार्म छोड़ बाकी सभी से ट्रेनों का संचलन बंद कर दिया गया है। वहीं, गोरखपुर से बनकर जाने वाली दिल्ली, मुम्बई और साउथ की सभी ट्रेनें भी रद हो गई हैं। इससे दिल्ली जाने वाले यात्रियों का सारा बोझ सम्पर्क क्रांति और वैशाली तो मुम्बई का अवध एक्सप्रेस पर आ गया। पूर्व निर्धारित प्लान के अनुसार तीन मई तक एनआई का काम चलेगा।
प्राइवेट बस संचालकों की भी चांदी
गोरखपुर रेलवे जंक्शन पर चल रहे इंटरलॉकिंग कार्य के कारण अधिकांश ट्रेनों का संचालन रविवार से बाधित है। इसके चलते यात्रियों ने रोडवेज और निजी बसों का रुख किया है, जिससे बस स्टेशनों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। रोडवेज बसों के साथ-साथ प्राइवेट बस संचालकों की भी चांदी हो गई है। नंदानगर, नौसढ़ और महेशरा से संचालित निजी बस स्टैंडों पर सुबह से देर रात तक यात्रियों का तांता लगा रहा। मौके का फायदा उठाते हुए कई प्राइवेट बस एजेंसियों ने किराया बढ़ा दिया है। सामान्य दिनों में दिल्ली जाने वाली स्लीपर बसों का किराया एक हजार से 12 सौ के बीच होता था, जो अब दो हजार से 25 सौ तक वसूला जा रहा है। हालांकि कुछ एजेंसियां अब भी निर्धारित किराए में यात्रियों को दिल्ली पहुंचा रही हैं।
यात्रियों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि अधिकतर बसों की सीटें पहले से ऑनलाइन बुक हो चुकी हैं। अचानक निजी बस स्टैंड पर पहुंचे यात्रियों को या तो खाली सीट नहीं मिल रही या मजबूरी में महंगा टिकट खरीदना पड़ रहा है। परिवार के साथ आए यात्रियों को कई घंटे बस स्टैंड पर इंतजार करना पड़ रहा है। सोमवार को कई परिवार के सदस्य अलग-अलग बसों में बैठकर गंतव्य को रवाना हुए।
थर्ड लाइन को कनेक्ट करने का काम शुरू
प्री-एनआई का खत्म होने और एनआई के दूसरे दिन कैंट से गोरखपुर के बीच बनाई थर्ड लाइन को आपस में कनेक्ट करने का काम शुरू कर दिया गया है। अगले दो दिनों में कनेक्शन का काम पूरा कर लिया जाएगा।