नीतीश, लालू से ज्यादा स्वस्थ; 10 साल तक सत्ता में रहेंगे; केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले PM मोदी पर क्या बोले
- राज्यसभा सदस्य ने रामदास अठावले ने कहा, “मोदी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटकर नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। मुझे विश्वास है कि वह रिकॉर्ड तोड़ देंगे और लगातार चौथी बार सत्ता में आएंगे।” दलित नेता ने कहा, ‘एक बौद्ध के रूप में, मैं बिहार का बहुत सम्मान करता हूं।’
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 'जवाहर लाल नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ेंगे' और लगातार चौथी बार सत्ता बरकरार रखेंगे। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के प्रमुख आठवले बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि जद (यू) अध्यक्ष का स्वास्थ्य "अच्छा" है और वह "कम से कम पांच से दस साल तक" सत्ता में रहेंगे।
अपनी बात बेबाकी से कहने के लिए मशहूर आठवले ने अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में हाल में हुए सांप्रदायिक तनाव के लिए ब्लॉकबस्टर फिल्म 'छावा' को जिम्मेदार ठहराया और "औरंगाबाद में स्थित औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग को बंद करने" का आह्वान किया।उन्होंने कहा, “मुझे नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली टीम का हिस्सा होने पर गर्व है, जिनके कार्यकाल में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं।”
राज्यसभा सदस्य ने कहा, “मोदी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटकर नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। मुझे विश्वास है कि वह रिकॉर्ड तोड़ देंगे और लगातार चौथी बार सत्ता में आएंगे।” दलित नेता ने कहा, "एक बौद्ध के रूप में, मैं बिहार का बहुत सम्मान करता हूं, वह भूमि जहां बुद्ध ने 2,500 साल से भी पहले ज्ञान प्राप्त किया था।"
महाबोधि मंदिर परिसर, जो यूनेस्को का विश्व धरोहर स्थल है, पर "पूर्ण नियंत्रण" की मांग कर रहे बौद्धों के साथ एकजुटता दिखाते हुए बोधगया का दौरा करने के एक दिन बाद अठावले ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष भी उठाया है।
उन्होंने कहा, "बिहार सम्राट अशोक की भूमि है, जिन्होंने बुद्ध की शिक्षाओं को विदेशों में फैलाया। आज बौद्ध धर्म के अनुयायी 80 देशों में फैले हुए हैं। उनके लिए यह दुख स्वाभाविक है कि मंदिर का संचालन करने वाले ट्रस्ट में अन्य धर्मों के कई सदस्य हैं। ऐसा 1950 के दशक में राज्य सरकार द्वारा पारित एक अधिनियम के कारण हुआ है।"
उन्होंने कहा, “मैंने नीतीश जी से बौद्धों की चिंताओं का समाधान करने का आग्रह किया है, जो एक महीने से बोधगया में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंने कल खुद प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।”
वह जदयू प्रमुख के आतिथ्य से अभिभूत नजर आए। अठावले ने कहा "मैं उन्हें तब से जानता हूं जब वे अटल बिहारी वाजपेयी (दिवंगत) की सरकार में रेल मंत्री थे।’’ साथ ही उन्होंने दावा किया कि उन्हें 70 वर्षीय नेता कुमार का स्वास्थ्य अच्छा लगा।
उन्होंने कहा कि कुमार के शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की अफवाहें "राजद और कांग्रेस की करतूत लगती हैं" जो आगामी राज्य विधानसभा चुनावों को लेकर "चिंतित" हैं।
आरपीआई (ए) प्रमुख ने कहा, “नीतीश जी निश्चित रूप से (राजद अध्यक्ष) लालू जी से अधिक स्वस्थ हैं। मैं दोनों का मित्र रहा हूं। मुझे लगता है कि नीतीश जी अगले पांच या दस साल तक सत्ता में रहेंगे। हो सकता है कि मेरी पार्टी बिहार में मजबूत न हो , लेकिन मैंने उनसे कहा है कि मैं राजग के लिए प्रचार करूंगा।”