महीना भर, साल भर कमाकर रखिए, अपराधी उठाकर ले जाएगा; क्यों ऐसी बातें करने लगे बीजेपी मंत्री?
- कानू-हलवाई को एकजुट करने निकले भाजपा मंत्री केदार गुप्ता ने लोगों में जोश भरने के लिए ऐसी बात कह दी, जो कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार के दावे के इतर है।

बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक है तो जाति और समाज के सम्मेलन-आयोजन शुरू हो चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और नीतीश सरकार के पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता इस समय 13 अप्रैल को पटना के मिलर स्कूल मैदान में आयोजित वंशी चाचा शहादत समारोह और कानू-हलवाई अधिकार रैली की तैयारियों में जुटे हैं। केदार गुप्ता राज्य में घूम-घूमकर कानू-हलवाई समाज को एकजुट होने और इस समारोह में आने का न्योता दे रहे हैं। वैशाली जिले में एक कार्यक्रम में केदार गुप्ता समाज को एकजुट करने के लिए जोश भरने के चक्कर में ऐसी बात बोल गए जो राज्य में कानून-व्यवस्था की बेहतरी के नीतीश सरकार के दावे के उलट है।
मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट से 2022 का उपचुनाव जीतकर दूसरी बार विधायक बने केदार गुप्ता पहली बार मंत्री बने हैं। केदार गुप्ता ने कानू-हलवाई समाज के बीच राजपूतों की एकता का उदाहरण देते हुए कहा- “कानू-हलवाई को आंख दिखा सकता है। लेकिन राजपूत भाई को कोई आंख दिखा दे। समाज मजबूत है। लड़ने-भिड़ने का काम किया है, कुर्बानी दिया है। यहां तो एक दिन के लिए कहिएगा पटना चलना है तो दुकान बंद हो जाएगा। भले महीना भर की कमाई एक दिन में लूटकर ले जाएगा। महीना भर कमाकर रखिए, साल भर कमाकर रखिए, वो क्रिमिनल आएगा और उठाकर ले जाएगा। वो आपको मंजूर है। आपनी ताकत को जो दिखाता है।”
बागमती पर पुल के लिए वंशी चाचा ने 1997 में आत्मदाह किया था
वंशी चाचा ने बागमती नदी से बँटे बैरगनिया और सीतामढ़ी को जोड़ने वाले पुल के निर्माण के लिए 20 नवंबर 1997 को आत्मदाह कर लिया था। वंशी चाचा ने राज्य सरकार को 19 नवंबर तक पुल का काम चालू करने का अल्टीमेटम दिया था जिस पर कोई हलचल नहीं हुई। आत्मदाह के समय वंशी चाचा की उम्र 76 साल थी। उनके आत्मदाह के बाद से हर साल कानू-हलवाई समाज उनकी याद में शहादत दिवस मनाता है। चुनावी साल में यह आयोजन नवंबर के बदले अप्रैल में आयोजित हो रहा है जिसके जरिए राजेंद्र गुप्ता पार्टी को समाज में अपना प्रभाव दिखाएंगे।