खुद को IAS बताकर ईडी जांच का डर दिखाया, पटना के डॉक्टर से साइबर ठगी की कोशिश
पटना के एक डॉक्टर से साइबर ठगी की कोशिश करने वाले दो शातिर भाइयों को ईओयू ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने खुद को आईएएस अधिकारी बताकर डॉक्टर को ईडी की कार्रवाई का डर दिखाकर रुपये मांगे थे।

बिहार की राजधानी पटना में एक सीनियर डॉक्टर से साइबर ठगी की कोशिश करने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अधिकारी बताकर डॉक्टर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का डर दिखाया। फिर फर्जी केस को मैनेज करने के नाम पर दो लाख रुपये की मांग की। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने कार्रवाई करते हुए दानापुर स्थित सुल्तानपुर भट्ठा पर वार्ड नंबर 15 निवासी राजेश कुमार और रंजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आपस में भाई हैं।
ईओयू के डीआईजी (साइबर) राजेश कुमार ने शनिवार को बताया कि सगुना मोड़ पटना स्थित एक अस्पताल के डॉक्टर ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अज्ञात अपराधियों ने उन्हें फोन कर ईडी की कार्रवाई का भय दिखाकर पैसों की मांग की जा रही है। सूचना मिलने के बाद ईओयू ने जांच शुरू की।
जांच के दौरान साइबर अपराधियों की पहचान की गई। 2 मई को इस कांड में संलिप्त दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके मोबाइल फोन में एक रिटायर्ड कमिश्नर कारूराम के नाम से बनाया गया फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट भी पाया गया। उस अकाउंट से कई लोगों को धमकी देकर पैसे मांगने के सबूत मिले हैं।
डीआईजी ने बताया कि आरोपियों द्वारा और भी कई लोगों से ठगी कर पैसे ऐंठने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने पूर्व में किन-किन लोगों से ठगी की, इसकी जांच की जा रही है। साथ ही ठगी की रकम किन-किन बैंक खातों में ट्रांसफर की गई, इसका भी पता लगाया जा रहा है। मामले में आने वाले दिनों और भी खुलासे होने की संभावना है।