सोलर से जुड़ी एक और कंपनी का आ रहा IPO, पैसे का कर लीजिए इंतजाम!
जानकारी के मुताबिक वेलस्पन एनर्जी के को-फाउंडर विनीत मित्तल के अवाडा ग्रुप ने सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के 4,000-5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ की तैयारी शुरू कर दी है।

सोलर एनर्जी सेक्टर में एक और कंपनी आईपीओ की तैयारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक वेलस्पन एनर्जी के को-फाउंडर विनीत मित्तल के अवाडा ग्रुप ने सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के 4,000-5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ की तैयारी शुरू कर दी है। मनीकंट्रोल के सूत्रों ने बताया कि समूह ने सोलर मॉड्यूल ब्रांच के आईपीओ के प्रबंधन के लिए कई निवेश बैंकों और कानूनी फर्मों से संपर्क किया है। सूत्रों की मानें तो आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल समूह की पूंजीगत व्यय योजनाओं को फंड देने के लिए किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य में 5 गीगावाट (GW) एकीकृत सौर मॉड्यूल और सेल विनिर्माण सुविधा स्थापित करना शामिल है।
2024 में आए दो आईपीओ
साल 2024 में भारतीय शेयर बाजारों में घरेलू सोलर पैनल निर्माताओं के दो अत्यधिक सब्सक्राइब्ड आईपीओ देखे गए। सितंबर में, हैदराबाद स्थित सौर मॉड्यूल और सेल निर्माता प्रीमियर एनर्जीज ने अपने आईपीओ के माध्यम से 2,830 करोड़ रुपये जुटाए, जबकि अक्टूबर में इस क्षेत्र की सबसे बड़ी घरेलू कंपनी वारी एनर्जीज ने 4,321 करोड़ रुपये जुटाए।
इन कंपनियों के भी आईपीओ रेस में
इसके बाद कई अन्य कंपनियों ने भी सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं, जिससे आईपीओ के माध्यम से विस्तार के लिए फंड जुटाने की उम्मीद है। कोलकाता की विक्रम सोलर ने अपने आईपीओ के माध्यम से 1,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। वहीं, दिल्ली स्थित सात्विक ग्रीन एनर्जी ने 1,150 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है जबकि फुजियामा पावर सिस्टम्स और पीएमईए सोलर टेक सॉल्यूशंस ने क्रमशः लगभग 700 करोड़ रुपये और 600 करोड़ रुपये की नई पूंजी जुटाने की योजना बनाई है।
महाराष्ट्र सरकार के साथ समझौता
हाल ही में अवाडा समूह ने महाराष्ट्र सरकार के साथ राज्य में 2 पंप भंडारण जलविद्युत परियोजनाओं के विकास के लिए एक शुरुआती समझौते पर हस्ताक्षर करने की जानकारी दी। इन परियोजनाओं की संयुक्त क्षमता 3600 मेगावाट होगी। दो प्रमुख पंप स्टोरेज परियोजनाओं- 2,400 मेगावाट पवना फल्यान और 1,200 मेगावाट सिरसाला में कुल 15,100 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इन परियोजनाओं से रोजगार के 3,800 से अधिक प्रत्यक्ष अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है।