भारत के आगे पिद्दी भर है पाक का स्टॉक मार्केट, अब खून के आंसू रो रहे निवेशक, आर्थिक मोर्चे पर पस्त
India Vs Pakistan Stock Market: भारत के मिसाइल अटैक के बाद पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। खौफ भरे इस माहौल में पाकिस्तान का शेयर बाजार लगातार क्रैश हो रहा है।

India Vs Pakistan Stock Market: भारत के मिसाइल अटैक के बाद पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। खौफ भरे इस माहौल में पाकिस्तान का शेयर बाजार लगातार क्रैश हो रहा है। आज बुधवार को पाक शेयर बाजार 7% तक टूट गया था, जिसके बाद ट्रेडिंग तत्काल रोक दी गई। इससे पहले बीते बुधवार को पाकिस्तान का बेंचमार्क KSE-100 इंडेक्स 6% तक टूट गया था। यानी अटैक के दो दिन में ही करीबन 12% की तगड़ी गिरावट आई। बता दें कि पहलगाम अटैक के बाद से ही पाकिस्तान के शेयर में भूचाल आ गया है और लगातार KSE-100 इंडेक्स क्रैश हो रहा है। इस दौरान पाक निवेशकों को तगड़ा नुकसान हुआ है।
भारत के आगे बौना है पाकिस्तान का मार्केट कैप
भारत और पाकिस्तान के शेयर बाजारों पर एक नजर डालने से यह स्पष्ट हो जाता है कि साइज, डेप्थ और फ्लो के मामले में भारतीय बाजार पड़ोसी देश के मुकाबले बहुत बड़ा अंतर रखता है। मार्केट कैप के मामले में भारतीय शेयर बाजार ग्लोबल लेवर पर टॉप पर है, जिसका मौजूदा मूल्यांकन लगभग 5 ट्रिलियन डॉलर है। वहीं, ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार कराची स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप सिर्फ 20.36 बिलियन डॉलर है। इसके अलावा, जबकि भारत में 5,000 से अधिक लिस्टेड कंपनियां हैं, पाकिस्तान में केवल 500 से कुछ अधिक फर्में लिस्टेड हैं।
दूसरी ओर, पाकिस्तान का बाजार सेंटिमेंट के प्रति अधिक संवेदनशील और कम लिक्विडिटी बना हुआ है, जिससे जोखिम की धारणा बढ़ने पर इसमें तेज गिरावट की आशंका अधिक होती है। कम सूचीबद्ध कंपनियों और दीर्घावधि पूंजी की कम भागीदारी के कारण, भू-राजनीतिक घटनाओं का प्रभाव अधिक होता है। उदाहरण के लिए, पाकिस्तान का बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स, KSE-100 इंडेक्स 7 मई को 5.7 प्रतिशत तक गिर गया था, जो 2021 के बाद से इसकी सबसे बड़ी गिरावट थी। वहीं, भारतीय बाजार में तेजी थी। बुधवार को सेंसेक्स 105.71 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,746.78 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 34.80 अंक या 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,414.40 पर बंद हुआ था। चालू वर्ष में अब तक सेंसेक्स 3.40 प्रतिशत ऊपर है, जबकि केएसई-100 छह प्रतिशत से नीचे है। दूसरी ओर, अगर दोनों देशों के विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना की जाए तो भारत 688 बिलियन डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार के साथ काफी आगे है। वहीं, पाकिस्तान के पास केवल 15.25 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है।
क्या है डिटेल
बता दें कि भारत के साथ बढ़ते सैन्य तनाव ने निवेशकों को परेशान कर दिया और घबराहट में बिकवाली की लहर शुरू हो गई। कराची और लाहौर सहित प्रमुख शहरों में कई ड्रोन मार गिराए जाने की रिपोर्ट के बाद यह रोक लगाई गई, जिससे परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच व्यापक संघर्ष की चिंता बढ़ गई।