कंपनी को मिला ₹1061 करोड़ का बड़ा ऑर्डर, शेयर खरीदने टूटे निवेशक, 860% चढ़ चुका है भाव
- KEC International Share: केईसी इंटरनेशनल के शेयर आज सोमवार को 8% तक चढ़ गए। कंपनी के शेयर इंट्रा डे में 829 रुपये पर पहुंच गए थे।

KEC International Share: केईसी इंटरनेशनल के शेयर आज सोमवार को 8% तक चढ़ गए। कंपनी के शेयर इंट्रा डे में 829 रुपये पर पहुंच गए थे। इससे पहले शुक्रवार को इसका बंद प्राइस 767.85 रुपये था। कंपनी के शेयरों में इस तेजी की वजह एक बड़ा ऑर्डर है। दरअसल, कंपनी को करीबन 1,061 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर मिला है। बता दें कि ये ऑर्डर कंपनी के अलग-अलग कारोबार के लिए हैं।
क्या है डिटेल?
कंपनी ने शेयर बाजार से कहा कि उसे ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन, रेलवे और केबल कारोबार में कई ऑर्डर मिले हैं। आरपीजी ग्रुप फ्लैगशिप ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया कि उसे भारत, पूर्वी एशिया प्रशांत और अमेरिका में बिजली ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन परियोजनाओं के लिए ऑर्डर मिले हैं। कंपनी को भारत में प्राइवेट सेक्टर के डेवलपर से ट्रांसमिशन लाइन और एक सबस्टेशन बिछाने का ऑर्डर मिला है।
केईसी इंटरनेशनल को मलेशिया से एक ट्रांसमिशन लाइन के लिए और अमेरिका में टावर, हार्डवेयर और पोल की सप्लाई के लिए एक और ऑर्डर भी मिला है। कंपनी के रेलवे कारोबार ने बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (बीएमआरसी) के लिए बिजली सप्लाई सिस्टम स्थापित करने का ऑर्डर हासिल किया है। वहीं, सिविल निर्माण कंपनी को भारत में समग्र गेज परिवर्तन कार्यों के लिए पहला ऑर्डर मिला है। केईसी इंटरनेशनल के केबल व्यवसाय को भारत में एक प्रसिद्ध बुनियादी ढांचा कंपनी से पावर ट्रांसमिशन कंडक्टरों की आपूर्ति के लिए ऑर्डर मिला है। कंपनी को भारत और विदेशों में विभिन्न प्रकार के केबलों की आपूर्ति के ऑर्डर भी मिले हैं।
शेयरों के हाल
केईसी इंटरनेशनल के शेयर पिछले एक महीने में 12% और छह महीने में 30% तक चढ़ गए हैं। इस साल YTD में यह शेयर 35% और सालभर में 45% चढ़ा है। पांच साल में इसमें 152% तक की तेजी आई है। वहीं, इसका मैक्सिमम रिटर्न 860% का है। ब्रोकिंग हाउस मोतीलाल ओसवाल ने 710 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक पर न्यूट्रल रेटिंग रखी है।
कंपनी का कारोबार
केईसी इंटरनेशनल आरपीजी समूह की कंपनियों का एक हिस्सा है। इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) कंपनी पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन, रेलवे, सिविल, अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर, सोलर, ऑयल एंड गैस पाइपलाइन और केबल्स जैसे कई वर्टिकल में काम करती है।