ट्रंप टैरिफ से राहत के बाद रॉकेट बना टाटा का यह शेयर, खरीदने की लूट, ₹667 पर आया भाव
टाटा समूह की इस कंपनी के शेयर आज 2.4% चढ़कर 667.50 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। शेयरों में इस तेजी के पीछे एक बड़ी वजह है।

Tata Motors shares: टाटा समूह की कंपनी टाटा मोटर्स के शेयर एक बार चर्चा में हैं। ट्रंप टैरिफ के ऐलान के बाद लगातार टूट रहे इस शेयर में इन दिनों तेजी देखी जा रही है। टाटा मोटर्स के शेयर आज 2.4% चढ़कर 667.50 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। शेयरों में इस तेजी के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, खबर है कि टाटा मोटर्स के लग्जरी कार ब्रांड जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने फिर से अमेरिका को कारों की शिपिंग शुरू कर दी है।
क्या है डिटेल
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने लंदन टाइम्स के हवाले से बताया कि टाटा मोटर्स के लग्जरी कार ब्रांड जेएलआर ने करीब एक महीने के ठहराव के बाद 30 अप्रैल को वाहनों की पहली खेप भेजी है। जेएलआर ने 2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा कार आयात पर लगाए गए 25% टैरिफ के कारण अप्रैल की शुरुआत में शिपमेंट रोक दिया था। जेएलआर ने शिपमेंट फिर से शुरू करने पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह काफी महत्वपूर्ण फैसला है, क्योंकि यूरोपीय संघ के बाद यूके में निर्मित जेएलआर कारों के लिए अमेरिका दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जो इसके निर्यात का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा है।
कंपनी का बयान
जेएलआर के प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि 25% ऑटो टैरिफ अभी भी प्रभावी होने के बावजूद अमेरिका इसकी लग्जरी कारों के लिए एक प्रमुख बाजार बना हुआ है। बयान में कहा गया, "जैसा कि हम अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ नए अमेरिकी व्यापार नियमों को संबोधित करने के लिए काम कर रहे हैं, हम अपनी योजनाबद्ध अल्पकालिक कार्रवाइयों को लागू कर रहे हैं, क्योंकि हम अपनी मध्य-से-दीर्घकालिक योजनाओं को विकसित कर रहे हैं। हम मई में अपने पूरे साल के परिणामों पर एक और अपडेट देंगे।" राष्ट्रपति ट्रंप ने क्रेडिट और अन्य राहत उपायों के साथ ऑटो पार्ट्स पर टैरिफ में ढील दी थी, हालांकि कार निर्माता अभी भी कहते हैं कि ये चिंताओं को शांत करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। ब्रिटेन की एक अन्य कार निर्माता कंपनी एस्टन मार्टिन ने कहा कि वह टैरिफ लागत को ग्राहकों के साथ बांटेगी, अपनी अमेरिकी इन्वेंट्री को बेचेगी और फिलहाल अमेरिका में नए शिपमेंट को सीमित करेगी।
कंपनी जुटाने जा रही फंड
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में टाटा मोटर्स की बिक्री Q4FY25 के लिए लगभग 2.53 लाख यूनिट थी, जबकि एक साल पहले यह 2.65 लाख यूनिट थी। 2 मई को, कंपनी के बोर्ड ने निजी प्लेसमेंट के जरिए 500 करोड़ रुपये तक के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी करने को मंजूरी दी। एनसीडी पर प्रति वर्ष 7.08% की निश्चित कूपन दर होगी और इसे दो किस्तों में जारी किया जाएगा।