IIT धनबाद के छात्रों की हो गई बल्ले-बल्ले, 48 छात्रों को 60 लाख तक का पैकेज
- कैंपस प्लेसमेंट के लिए विभिन्न कोर्स के 1656 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें से 1025 जॉब ऑफर मिला। 985 छात्र-छात्राओं ने जॉब ऑफर स्वीकार किया।

आईआईटी आईएसएम धनबाद के वर्ष 2025 बैच के छात्र-छात्राओं की बल्ले-बल्ले है। देश-विदेश की नामी-गिरामी कंपनियों ने बेहतर पे पैकेज पर जॉब ऑफर किया है। कैंपस प्लेसमेंट के लिए विभिन्न कोर्स के 1656 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें से 1025 जॉब ऑफर मिला। 985 छात्र-छात्राओं ने जॉब ऑफर स्वीकार किया।
महत्वपूर्ण यह है कि संस्थान के 48 छात्र-छात्राओं को 50 से 60 लाख रुपए सलाना पे पैकेज मिला है। 27 छात्रों को 40 से 50 लाख रुपए, 30 से 40 लाख सालाना पैकेज पाने वाले छात्रों की संख्या 58 है। औसत पे पेकेज 17.69 छात्रों को मिला है। यह खुलासा आईआईटी धनबाद के कॅरियर डवलपमेंट सेंटर ने अब तक हुए कैंपस प्लेसमेंट के आधार पर जारी रिपोर्ट में किया है।
सबसे कम 6 से 10 लाख का पैकेज 291 छात्रों को मिला
सबसे कम 6 से 10 लाख का सालाना पैकेज 291 छात्र-छात्राओं को मिला है। प्लेसमेंट पाने वाले 985 छात्र-छात्राओं में 211 लड़कियां व 774 लड़के शामिल हैं। कुल कैंपस 60.73 फीसदी हुआ है। सबसे अधिक कोर इंजीनियरिंग सेक्टर में 330 छात्रों व 320 की आईटी सेक्टर में नौकरी लगी।
21 छात्रों के पैकेज का खुलासा नहीं
हाईएस्ट पे पैकेज पाने वाले 21 छात्र-छात्राओं के पैकेज का खुलासा नहीं किया गया है। इनमें बीटेक के 12, एमटेक के 4 व एमएससी टेक के 4 छात्र शामिल हैं। हालांकि मिनरल एंड मैटलर्जी इंजीनियरिंग के छात्र सौरव शक्ति को 1.22 करोड़ रुपए सालाना का पे पैकेज मिला है। इसे संस्थान का अब तक सर्वाधिक पैकेज बताया जा रहा है। कोर्स वाइज औसत सेलरी पाने वालों में बीटेक के 19.68 लाख, बीटेक डुएल डिग्री 29.82 लाख, एमटेक इंटीग्रेटेड 29.68 लाख आगे हैं। वहीं सबसे कम एमएससी के छात्रों को औसत 7.41 लाख रुपए सालाना ऑफर हुआ है।
केमिकल 42.55 फीसदी, सिविल 50, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग 82.88, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 68.60, इलेक्ट्रिकल एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग 71.17, इंजीनियरिंग फिजिक्स 47.37, इनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग 65.63, मैकेनिकल 60.36, मैकेनिकल माइनिंग मशीनरी 69.05, मिनरल एंड मैटलर्जिकल इंजीनियरिंग 73.53, माइनिंग इंजीनियरिंग 56.57, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग 71.05 फीसदी।