बच्चों के लिए भूलकर भी ना खरीदें ये 5 चीजें, दिमाग और सेहत दोनों पर पड़ता है बुरा असर 5 Things you should never buy for kids as it can harm their physical and mental health, पेरेंटिंग टिप्स - Hindustan
Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़पेरेंट्स गाइड5 Things you should never buy for kids as it can harm their physical and mental health

बच्चों के लिए भूलकर भी ना खरीदें ये 5 चीजें, दिमाग और सेहत दोनों पर पड़ता है बुरा असर

बच्चों को खुश करने के चक्कर में कई बार मां-बाप ऐसी चीजें खरीद कर ले आते हैं, जो भले ही नॉर्मल लगें लेकिन भविष्य में बच्चे की फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव असर डाल सकती हैं। आइए जानते हैं इन चीजों के बारे में।

Anmol Chauhan लाइव हिन्दुस्तानTue, 20 May 2025 02:45 PM
share Share
Follow Us on
बच्चों के लिए भूलकर भी ना खरीदें ये 5 चीजें, दिमाग और सेहत दोनों पर पड़ता है बुरा असर

हर मां-बाप अपने बच्चों को खुश देखना चाहते हैं। वो पूरी कोशिश करते हैं कि बच्चों के लिए वो सब खरीद लाएं, जिससे उन्हें खुशी मिले। चाहे वो रंग-बिरंगे खिलौने हों या कपड़े, या फिर उनके मनपसंद स्नैक्स। अब ये गिफ्ट्स भले ही बच्चों को खुश कर देते हों लेकिन कई बारे जानें-अनजाने में पैरेंट्स ऐसी चीजें बच्चों के हाथों में थमा देते हैं, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालता है। ये प्रोडक्ट्स ऐसे होते हैं, जो भले ही ज्यादा हार्मफुल ना लगें लेकिन बच्चे की हेल्थ, बिहेवियर और उनकी नेचुरल ग्रोथ को इंपैक्ट कर सकते हैं। आज हम आपको ऐसी ही चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो आपको भूलकर भी अपने बच्चे के लिए नहीं लानी चाहिए।

बच्चों के लिए ना लाएं हिंसक वीडियो गेम्स

गेम्स के नाम पर आजकल ऐसे-ऐसे वीडियो गेम मार्केट में मौजूद हैं, जिनमें कोरी हिंसा है। सड़क पर राह चलते लोगों को कुचल देना या बंदूक से मार-धाड़ करना, गेम्स के नाम पर ज्यादातर बच्चे इसी तरह के खेल खेल रहे हैं। जबकि कम उम्र में इस तरह के हिंसात्मक रवैए का बच्चे पर बहुत नकारात्मक असर हो सकता है। भले ही ये नॉर्मल लगे लेकिन कम उम्र में ही जब बच्चे ये सब देखना और खेलना शुरू कर देते हैं तो उनके बिहेवियर में आक्रामकता और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

कम उम्र में ही ना थमाएं इलेक्ट्रॉनिक गैजेट

बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी आजकल मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के दीवाने हो गए हैं। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि बच्चों को कम उम्र में ही आप ये सब दिला दें। कम उम्र से ही जब बच्चे अपना ज्यादातर समय फोन, लैपटॉप या टैबलेट पर बिताने लगते हैं, तो उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम होने लगती हैं। इससे बच्चे की ग्रोथ पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही उनका मेंटल बिहेवियर और आई हेल्थ भी इफेक्ट होते हैं।

रंग-बिरंगे चीनी से भरे स्नैक्स

छोटे बच्चों को अक्सर रंग-बिरंगी कैंडीज, जेली, लॉलीपॉप, बिस्किट और स्नैक्स खूब लुभाते हैं। लेकिन ये सिर्फ देखने में ही अच्छे होते हैं, सेहत के लिए नहीं। इनमें ढेर सारी चीनी, कलर और आर्टिफिशियल फ्लेवर मौजूद होते हैं; जो बच्चों की सेहत के लिए ठीक धीमे जहर की तरह काम करते हैं। ये बच्चों में डेंटल इश्यूज, गट प्रॉब्लम्स, हार्पएक्टिविटी और शुगर एडिक्शन की वजह भी बन सकते हैं।

सस्ते और घटिया क्वालिटी के खिलौने

सस्ते के चक्कर में कभी भी बच्चों के लिए लोकल क्वालिटी के खिलौने नहीं खरीदने चाहिए। दरअसल इन्हें बनाने में अक्सर लो ग्रेड प्लास्टिक और खतरनाक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। इनके कोई सेफ्टी स्टैंडर्ड्स भी नहीं होते। ऐसे में छोटे बच्चों के लिए ये खरनाक हो सकते हैं। बच्चे अक्सर खिलौने मुंह में डालने लगते हैं। ऐसे में अगर सेफ्टी का ध्यान रखकर खिलौने नहीं बनाए गए हैं, तो बच्चे के गले में अटकने का खतरा हो सकता है।

जरूरी नहीं है हर बार ट्रेंडी गिफ्ट देना

मार्केट में जो भी नया प्रोडक्ट आया है और बच्चे ने एक बार उसकी डिमांड आपसे कर दी है, तो ये जरूरी नहीं कि आप हर बार उसे वो खरीदकर ही दें। भले ही आप उसे आराम से अफोर्ड कर सकते हों लेकिन हर बार बच्चों को मुंह मांगा ट्रेंडी गिफ्ट देने से आप उनकी आदत बिगाड़ सकते हैं। इससे बच्चा जिद्दी हो सकता है और कहीं ना कहीं बचपन से ही उसमें अनावश्यक चीजें लेने की होड़, पैसा बर्बाद करने और दिखावा करने की सोच पैदा हो सकती है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।