इंदिरा भवन में कांग्रेस नेताओं का असम पर 2.5 घंटे महामंथन, 2026 के चुनावों पर क्या बनी रणनीति
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने एचटी से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने अगले साल चुनाव में जाने वाले हर राज्य के नेतृत्व से बात की।

2026 के असम विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने करीब ढाई घंटे तक महामंथन किया। पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में आयोजित लंबी बैठक में AICC महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई, असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा और असम के प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह समेत वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में पार्टी नेताओं ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का एकजुट होकर मुकाबला करने का संकल्प लिया।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि असम की जनता ने नफरत की राजनीति को हराने और कांग्रेस की मोहब्बत तथा प्रगति की राजनीति को गले लगाने का मन बना लिया है। बैठक के बाद राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सएप चैनल पर पोस्ट किया, ‘‘आज, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी के नेतृत्व में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं की बैठक में सम्मिलित हुआ। असम ने मन बना लिया है - भ्रष्टाचार और नफरत की राजनीति को हटाने का, कांग्रेस के साथ मोहब्बत और प्रगति की राजनीति को गले लगाने का।’’
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने एचटी से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने अगले साल चुनाव में जाने वाले हर राज्य के नेतृत्व से बात की। उन्होंने हमारी बात सुनी और हमें आगे बढ़ने के निर्देश दिए। अगर हमें असम में लोकतंत्र को बचाना है, तो वहां की भ्रष्ट भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना होगा।" उन्होंने यह भी कहा, "हर कोई जानता है कि समाज में अशांति का माहौल है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भ्रष्टाचार की जो लंका खड़ी की है, उसे नष्ट करना होगा। गोगोई ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर सीधे तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन संकेत दिया कि इस मामले पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है। कांग्रेस नेतृत्व असम में भाजपा सरकार को चुनौती देने के लिए पार्टी सदस्यों को एकजुट करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज असम के हर क्षेत्र के कांग्रेस नेता इस बैठक में मौजूद थे। इस बैठक में आगामी असम विधानसभा चुनाव की रणनीति से जुड़ी चर्चा हुई।" उन्होंने दावा किया, ‘‘बैठक में यह बात भी रखी गई कि असम के मुख्यमंत्री राज्य को बेच रहे हैं, माफियागीरी कर रहे हैं और ‘सिंडिकेट’ चला रहे हैं, जिससे असम की जनता बहुत पीड़ित है।’’ सिंह के मुताबिक, बैठक में आगे ये भी तय हुआ कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी असम का दौरा करेंगे और वहां उनकी रैलियां होंगी।
उन्होंने दावा किया कि असम में भाजपा और उसके मुख्यमंत्री घबराए हुए हैं, जबकि कांग्रेस बेहद मजबूती से काम कर रही है और असम की जनता के लिए लड़ रही है। भूपेन बोरा ने कहा, ‘‘हमने संकल्प लिया है कि हम सभी एकजुट होकर आगामी चुनावों में असम से भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘हिमंता विश्व शर्मा देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं और हमने मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार से जुड़े हुए सभी सबूत शीर्ष नेतृत्व के सामने रखे हैं।’’
बोरा ने कहा, ‘‘हम और हमारे सभी नेता जनता के बीच जाएंगे और भ्रष्टाचार के इन सबूतों को उनके सामने रखेंगे।’’असम में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार और मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर मोर्चा खोल रखा है। दूसरी तरफ, शर्मा और भाजपा ने हाल ही में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ‘आईएसआई’ से संबंध रखने का भी आरोप लगाया था। गोगोई ने इस आरोप को ‘‘हास्यास्पद’’ बताकर खारिज कर दिया था।
कांग्रेस नेतृत्व शुक्रवार को केरल के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेगा। केरल के कांग्रेस नेताओं की बैठक इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि इन दिनों पार्टी के सांसद तथा वरिष्ठ नेता शशि थरूर के अप्रसन्न होने की अटकलें हैं। तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य थरूर द्वारा एक अखबार में लिखे हालिया लेख पर विवाद पैदा हो गया है। इस लेख में उन्होंने केरल में निवेश के माहौल को बढ़ावा देने के लिए वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की प्रशंसा की है। इसको लेकर वह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेताओं के निशाने पर हैं। केरल में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है। केरल और असम में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)