पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम की ससुराल में मातम, किराएदार बोले- वो लाखों में एक था
- पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम की ससुराल में मातम पसरा है। शुभम-एशन्या के परिवार के साथ उनकी सास-ससुर और साली भी कश्मीर घूमने गए थे। कानपुर के यशोदानगर स्थित शुभम की ससुराल में जब मंगलवार रात 'हिन्दुस्तान' की टीम पहुंची और शुभम की मौत की जानकारी दी तो किराएदारों के होश उड़ गए।

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के युवा कारोबारी शुभम की ससुराल में मातम पसरा है। शुभम-एशन्या के परिवार के साथ उनकी सास-ससुर और साली भी कश्मीर घूमने गए थे। कानपुर के यशोदानगर स्थित शुभम की ससुराल में जब मंगलवार रात 'हिन्दुस्तान' की टीम पहुंची और शुभम की मौत की जानकारी दी तो किराएदारों के होश उड़ गए। विनय त्रिपाठी और वीना त्रिपाठी उनके घर में चार साल से किराएदार हैं। उनकी आंखों में आंसू भर गए। उन्होंने शुभम के ससुर की कही बातों का जिक्र करते हुए कहा कि वो तो लाखों में एक था।
दरअसल, शुभम के ससुर उनसे अक्सर कहते थे कि मेरा दामाद लाखों में एक है। ऐसा दामाद मिल पाना मुश्किल है। लगता ही नहीं कि दामाद के साथ आता-जाता हूं। घर में दो बेटियों के बीच बेटे की कमी दामाद शुभम ने पूरी कर दी है। इसीलिए उसके साथ पूरा परिवार घूमने जा रहा है। किराएदार विनय त्रिपाठी बोले-मकान मालिक राजेश पांडेय अपने दामाद की बड़ाई करते हुए थकते नहीं थे। उनकी दो बेटियां है।
परिवार शादी के बाद से काफी खुश था। इसलिए राजेश पांडेय, उनकी पत्नी और दूसरी बेटी सानवी सभी एक साथ शुभम और एशान्या के परिवार के साथ 17 अप्रैल को घूमने गए थे। बुधवार को सभी लौटने वाले थे। उससे पहले ही दुखद खबर आ गई। विनय ने बताया कि रात 10 बजे मेरी बहन का फोन आया था। बोली आपके मकान मालिक के दामाद की मौत की खबर आ रही है। एक बार बहन की बात का यकीन नहीं हुआ। हर बार घर आने पर शुभम विनम्रता के साथ मिलना नहीं भूलता था।
ओरछा में 12 फरवरी को हुई थी शादी
किराएदार विनय त्रिपाठी ने बताया कि शुभम के साथ एशान्या की शादी से राजेश पांडेय और उनका परिवार काफी खुश था। 12 फरवरी को शादी ओरछा में की गई थी। काफी रिश्तेदार शादी समारोह में शामिल हुए थे। बहुत भव्य आयोजन किया गया था। राजेश अक्सर बोलते थे काफी पुण्य किया होगा, जो ऐसा दामाद मिला।