निवेशक होते गए कंगाल, प्रमोटर्स महंगे फ्लैट और तोहफों पर लुटाते रहे कंपनी के पैसे
- जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में पैसे लगाने वाले कंगाल हो रहे हैं। यह स्टॉक इस साल 85 पर्सेंट गिर चुका है। यानी जनवरी 2025 में जेनसोल में एक लाख रुपये का निवेश करने वालों की रकम अब केवल 15000 रह गई है।

जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में पैसे लगाने वाले कंगाल हो रहे हैं। यह स्टॉक इस साल 85 पर्सेंट गिर चुका है। यानी जनवरी 2025 में जेनसोल में एक लाख रुपये का निवेश करने वालों की रकम अब केवल 15000 रह गई है। कंपनी के प्रमोटर्स पर निवेशकों के पैसों से अपने महंगे शौक पूरा करने का आरोप है। फरवरी की शुरुआत में यह शेयर ₹740 के आसपास था, लेकिन रेटिंग डाउनग्रेड और कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर चिंताओं के चलते अब 116.54 रुपये पर आ गया है।
दूसरे दिन भी 5% का लोअर सर्किट
जेनसोल इंजीनियरिंग में दूसरे दिन भी 5% का लोअर सर्किट लगा है। सेबी द्वारा प्रमोटर्स पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर रोक लगाए जाने के बाद इसमें लोअर सर्किट लग रहा है। वहीं, कंपनी द्वारा घोषित स्टॉक स्प्लिट (1:10) पर भी अभी रोक लगी हुई है।
बुधवार को Gensol Engineering का शेयर 5% गिरकर लोअर सर्किट में बंद हुआ था, और गुरुवार को भी यही हाल रहा। बीएसई पर शेयर गुरुवार को ₹117.50 (पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस ₹123.65 से 5% नीचे) पर खुला। एनएसई पर यह ₹116.54 (पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस ₹122.68 से 5% गिरावट) पर ट्रेड कर रहा था।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रवर्तकों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पर कार्रवाई की है। सेबी ने दोनों को कंपनी में निदेशक बनने और शेयर बाजार में कारोबार करने से रोक दिया है। आरोप है कि इन्होंने कंपनी के पैसे का गलत इस्तेमाल किया है। इन सभी खबरों के चलते निवेशकों का भरोसा डगमगा गया है, और शेयर लगातार दबाव में है।
42.94 करोड़ रुपये में अपार्टमेंट खरीदा
सेबी के अंतरिम आदेश में कहा गया है कि अनमोल सिंह जग्गी ने कंपनी के कर्ज की रकम से गुरुग्राम में 42.94 करोड़ रुपये में एक महंगा अपार्टमेंट खरीदा। यह फ्लैट 'द कैमेलियास' नाम की एक पॉश सोसायटी में है। आरोप है कि जग्गी ने यह रकम जेनसोल से गो-ऑटो प्राइवेट लिमिटेड से कैपब्रिज वेंचर्स को भेजी। कैप ब्रिज वेंचर्स अनमोल जग्गी और पुनीत जग्गी की कंपनी है। फिर उस राशि से अपनी ही एक कंपनी से जुड़े व्यक्ति को भुगतान करवाया। इसके बाद उस व्यक्ति ने उस रकम का इस्तेमाल महंगा अपार्टमेंट खरीदने के लिए किया।
10.36 लाख रुपये स्पा ट्रीटमेंट, 26 लाख रुपये का गोल्फ गियर
सिर्फ अपार्टमेंट ही नहीं, ऐसी और भी कई जानकारी सामने आई हैं जिनसे पता चलता है कि जग्गी कितनी लग्जरी लाइफ जीते थे। निवेशकों की रकम से जग्गी ने 10.36 लाख रुपये स्पा ट्रीटमेंट भी लिया। उन्होंने 26 लाख रुपये का गोल्फ गियर भी खरीदा था।
अभी और भी हैं कारनामें
जग्गी ने मेकमायट्रिप के जरिये निजी यात्राओं पर 3 लाख रुपये खर्च किए। यूएई दिरहम के लिए 1.86 करोड़ रुपये, टाइटन की घड़ियां या ज्वेलरी पर 17.28 लाख रुपये खर्च किए। आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड के बिल चुकाने के लिए 9.95 लाख रुपये खर्च किए गए। इसके अलावा अनमोल जग्गी ने 2.98 करोड़ रुपये अपनी पत्नी मुग्धा कौर जग्गी और 6.20 करोड़ रुपये अपनी मां जस्मिंदर कौर के खाते में ट्रांसफर किए।
ब्लूस्मार्ट की रकम भी निजी इस्तेमाल में खर्च की
जेनसोल इंजीनियरिंग ब्लूस्मार्ट की पैरेंट कंपनी है। ब्लूस्मार्ट कैब कई शहरों में एयरपोर्ट से पिकअप और ड्रॉप की सुविधा देती है। साल 2022 में जेनसोल ने इलेक्ट्रिक वाहन खरीद के लिए इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी से 71.41 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। इस कर्ज के साथ ही कंपनी के 26 करोड़ रुपये गो-ऑटो के जरिए विभिन्न संस्थाओं में ट्रांसफर किया गया। इस तरह कुल लगभग 97 करोड़ रुपये हो गए।