Grand Conclusion of Parasania Mahadev Temple Pran Pratishtha Rudra Mahayagya in Jamua परसनिया महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा रुद्र महायज्ञ का हुआ समापन, Gridih Hindi News - Hindustan
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परसनिया महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा रुद्र महायज्ञ का हुआ समापन

जमुआ प्रखण्ड के धर्मपुर पंचायत में पाराखारो में पांच दिनों तक चले परसनिया महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा रुद्र महायज्ञ का भव्य समापन हुआ। यज्ञ में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और प्रसाद ग्रहण किया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, गिरडीहSun, 11 May 2025 02:41 AM
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परसनिया महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा रुद्र महायज्ञ का हुआ समापन

जमुआ, प्रतिनिधि। जमुआ प्रखण्ड के धर्मपुर पंचायत अंतर्गत पाराखारो में पांच दिनों से चल रहे परसनिया महादेव मंदिर प्राण प्रतिष्ठा रुद्र महायज्ञ का भव्य समापन शुक्रवार देर रात हो गया। जिसमें वॄहद भण्डारा में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। 5 से 9 मई तो आयोजित यज्ञ को वाराणसी के आचार्य रविशंकर पाण्डेय और उनकी टीम के अलावा रांची से विशेष आमंत्रित आचार्य दिलीप मिश्र द्वारा पूर्ण वैदिक विधि से संपन्न कराया गया। जबकि वृंदावन धाम से पधारे आचार्य अलकेश शरण पाराशर द्वारा शिव महापुराण कथा का प्रवचन किया गया। भजन संध्या में वृंदावन के कलाकारों के साथ साथ किशोरी भूषण ने अपने स्वरों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

कथा के अंतिम दिन शिव पार्वती विवाह की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई जिसमें शिव का रुप परी पाठक, पार्वती का रुप अन्वेषा कृति और रुद्र गण के रूप में अंश पाठक, आरुषि, मिष्टी इत्यादि ने भूमिका निभाई। यज्ञ में बसखारो, पाराखारो, चितरडीह, नावाडीह समेत दर्जनों गांव के हजारों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कलश यात्रा और नगर भ्रमण में भी लोगों की अप्रत्याशित भीड़ रही। आयोजन अध्यक्ष पंकज प्रियम ने बताया कि सैकड़ों वर्ष पुराने परसनिया महादेव मंदिर के ध्वस्त होने के बाद 10-12 वर्षो से नये मंदिर का निर्माण किया जा रहा था। मन्दिर बनने के बाद इसी साल जनवरी में प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ की तिथि घोषित होने के बाद सभी ग्रामवासी तैयारियों में जुटे थे। यज्ञ में बतौर यजमान के रूप में गणपति पाठक, पंकज भूषण पाठक, रंजीत कुमार मिश्रा, शिवशंकर पाठक, चन्द्रशेखर पाठक, रंजीत वर्मा, रंजीत कुशवाहा, नारायण वर्मा और अर्जुन वर्मा बैठे। वहीं यज्ञ को सफल बनाने में गिरिधारी वर्मा, चिंतामणि वर्मा, गणेश वर्मा, बालेश्वर वर्मा, महेश वर्मा, लोकनाथ हाजरा, अनिल पाठक, रविन्द्र पाठक, सुखदेव वर्मा, रोहित पाठक, विवेक पाठक सहित समस्त ग्रामीणों ने सहयोग किया। वहीं आचार्य भागवत पाठक पूरे यज्ञ में बतौर संरक्ष्क उपस्थित रहे।

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