सीलमपुर हत्याकांड: जिकरा ने क्यों की कुणाल की हत्या, लेडी डॉन ने पुलिस को क्या बताई वजह
- सीलमपुर कांड में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने आज जिकरा को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए जिकरा की कस्टडी की जरूरत है। इसके बाद कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया।

सीलमपुर हत्याकांड मामले में गिरफ्तार की गई लेडी डॉन जिकरा को दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेद दिया गया है। उस पर 17 साल के कुणाल की हत्या का आरोप है। जिकरा को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। उसके साथ अन्य तीन लोगों को भी हिरासत में लिया गया था जबकि उसका भाई साहिल भी पुलिस के संपर्क में थे। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने आज जिकरा को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए जिकरा की कस्टडी की जरूरत है। इसके बाद कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि जिकरा के चचेरे भाई साहिल और दिलशाद ने कुणाल को चाकू घोंपा था। ये दोनों फिलहाल फरार है और पुलिस इनकी तलाश में जुटी हुई है। वहीं पूछताछ के दौरान जिकरा ने ने पुलिस को बताया है कि पिछले नवंबर उसके भाई साहिल पर लाला और शंभु नाम के दो लोगों ने हमला किया था। ये दोनों कुणाल के दोस्त थे। उसने बताया कि उस वक्त कुणाल भी मौजूद था लेकिन वह नाबालिग था इसलिए उसका नाम एफआईआर में नहीं आया। जिकरा और साहिल को लगता था कि कुणाल की वजह से ही साहिल पर हमला हुआ और इसलिए वह उससे बदला लेना चाहते थे। अधिकारी ने बताया कि जिकरा जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा की पत्नी के लिए बाउंसर के रूप में काम करती थी।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे, जगह-जगह छापेमारी
पुलिस ने फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे है और कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि न्यू सीलमपुर में गुरुवार शाम साढ़े सात बजे कुणाल की उसके घर से कुछ ही मीटर की दूरी पर हत्या कर दी गई थी। कुणाल पर उस समय हमला किया गया था जब वह अपने बीमार पिता के लिए चाय बनाने के वास्ते दूध खरीदने के लिए जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि कुणाल को निकट स्थित जेपीसी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुणाल की हत्या की खबर फैलते ही इलाके में तनाव व्याप्त हो गया और सैकड़ों स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों के कई सदस्यों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया और इस वारदात में शामिल अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने दावा किया कि जिस वक्त कुणाल की हत्या की गई, उस समय वहां पर जिकरा नामक महिला मौजूद थी, जिसे इलाके में ‘लेडी डॉन’ के रूप में जाना जाता है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिकरा को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसके चचेरे भाई साहिल खान और रिहान मिर्जा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने हिरासत में लिए गए तीसरे व्यक्ति की पहचान साझा नहीं की है। जिकरा को सोशल मीडिया मंच पर पिस्तौल के साथ वीडियो साझा करने के बाद शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। जिकरा जमानत पर बाहर आने के बाद कुणाल के घर के पास किराए के मकान में रह रही थी।
मंदिर के सामने घोंपा चाकू
जिकरा जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा की पत्नी जोया के लिए बाउंसर के रूप में काम करती थी। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने शाम के समय कुणाल की हत्या करने से पहले गुरुवार सुबह उसे चेतावनी दी थी। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने शिव-पार्वती मंदिर के सामने कुणाल को पकड़ा था। दो लोगों ने उस पर चाकू से वार किया, जबकि दो अन्य लोग देख रहे थे। कुणाल किसी तरह घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पर स्थित एक क्लिनिक में पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसके घाव पर रुई लगाकर उसकी जान बचाने की कोशिश की। इसके बाद डॉक्टर ने उसे ई-रिक्शा से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया था।
कुणाल के पिता राजदीप सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, मैं पिछले तीन महीनों से बीमार था और हाल ही में मेरी सर्जरी हुई थी। मैं कल ही अस्पताल से घर आया था और मैंने अपने बेटे से चाय बनाने के लिए दूध लाने को कहा था, लेकिन अपराधियों ने मेरे बेटे को सड़क पर ही मार डाला। उन्होंने कहा, मैं अपने बेटे के लिए न्याय चाहता हूं। पुलिस हमें सिर्फ आश्वासन दे रही है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है।
मृतक की मां परवीन ने पत्रकारों से कहा, जिकरा इलाके में पिस्तौल लेकर घूमती रहती थी। उसके चचेरे भाई साहिल के साथ एक घटना हुई थी, लेकिन मेरा बेटा इसमें शामिल नहीं था। फिर भी उन्होंने उसे मार डाला। उन्होंने उस पर कई बार बेरहमी से चाकू से वार किया। सूत्र ने कहा, जिकरा अपना खुद का गिरोह बनाना चाहती थी। वह जोया के जरिए हाशिम बाबा के करीब जाना चाहती थी और उसके मादक पदार्थ के धंधे में भी शामिल होना चाहती थी। हालांकि, जोया को गिरफ्तार किए जाने के बाद उसे झटका लगा।
भाषा से इनपुट