वक्फ बिल पर पार्टी में मतभेद के बीच जेडीयू ऑफिस पहुंचे सीएम नीतीश, बंद कमरे में क्या हुई बात?
- सीएम ने ऑफिस के कैपस का भी मुआयना किया। करीब 15 मिनट बाद मुख्यंत्री का काफिला दफ्तर से आवास की ओर रवाना हो गया। सीएम के निकलने से पहले दफ्तर के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग जुट गए।

वक्फ संशोधन बिल पर बिहार समेत देश भर में सियासी घमसान जारी है। जेडीयू में भी वक्फ बिल को लेकर मतभेद उत्पन्न हो गया है। एमएलसी गुलाम गौस ने केंद्र सरकार की इस बिल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बीच मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार अचानक पार्टी कार्यालय पहुंच गए। सीएम करीब 15 मिनट तक वहां रुके और बंद कमरे में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने गाना गाकर उनका अभिनंदन किया और फोट खिचवाया। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कोई बात नहीं की।
बिहार में इसी साल चुनाव होने वाले हैं। इस वजह से जेडीयू दफ्तर में कार्यकर्ता जुटे रहते हैं। मंगलवार को भी पार्टी ऑफिस में नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी थी। लेकिन सीएम के आगमन की सूचना किसी को नहीं थी। थोड़ी देर पहले पार्टी पदाधिकारियों को सीएम के आने की जानकारी दी गयी। कुछ ही देर में वे पहुंच भी गए। सीएम को अपने बीच पा कर पार्टी वर्कर्स का उत्साह काफी बढ़ गया। हालांकि कई लोग हैरान भी थे। सीएम अपने चेंबर में भी गए और गेट बंद करके कार्यकर्ताओं से बात की। बाहर निकलने पर एक महिला कार्यकर्ता ने साथ में फोटो खिचवाने का आग्रह किया। सीएम ने उन्हें पास बुलाया और फोटोग्राफी करवाई।
सीएम ने ऑफिस के कैपस का भी मुआयना किया। करीब 15 मिनट बाद मुख्यंत्री का काफिला दफ्तर से आवास की ओर रवाना हो गया। सीएम के निकलने से पहले दफ्तर के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग जुट गए। सबका अभिवादन स्वीकार करते हुए नीतीश कुमार निकल गए।
वक्फ संशोधन बिल पर जदयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा किया है कि जेडीयू इसके समर्थन में नही है। पार्टी के मुखिया नीतीश कुमार ने इस पर अभी कुछ नहीं कहा है। आने वाले समय में स्थिति साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा है कि यह मुसलमानों का धार्मिक मामला है। वक्फ संशोधन बिल में कई खामियां हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिल वापस लेने की मांग भी की जबकि जदयू के कुछ नेता बिल के समर्थन में हैं। ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार का दफ्तर जाना अहम माना जा रहा है।